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कुंडली में हम सामान्यतः राज योगों की ही खोज करते हैं, किन्तु कई बार स्वयं ज्योतिषी व कई बार जातक इन दुर्योगों को नजरअंदाज कर जाता है,जिस कारण बार बार संशय होता है की क्यों ये राजयोग फलित नहीं हो रहे.आज ऐसे ही कुछ दुर्योगों के बारे में बताने का प्रयास कर रहा हूँ,जिनके प्रभाव से जातक कई योगों से लाभान्वित होने से चूक जाते हैं.सामान्यतः पाए जाने वाले इन दोषों में से कुछ इस प्रकार हैं..
१. ग्रहण योग: कुंडली में कहीं भी सूर्य अथवा चन्द्र की युति राहू या केतु से हो जाती है तो इस दोष का निर्माण होता है.चन्द्र ग्रहण योग की अवस्था में जातक डर व घबराहट महसूस करता है.चिडचिडापन उसके स्वभाव का हिस्सा बन जाता है.माँ के सुख में कमी आती है.किसी भी कार्य को शुरू करने के बाद उसे सदा अधूरा छोड़ देना व नए काम के बारे में सोचना इस योग के लक्षण हैं.अमूमन किसी भी प्रकार के फोबिया अथवा किसी भी मानसिक बीमारी जैसे डिप्रेसन ,सिज्रेफेनिया,आदि इसी योग के कारण माने गए हैं.यदि यहाँ चंद्रमा अधिक दूषित हो जाता है या कहें अन्य पाप प्रभाव में भी होता है,तो मिर्गी ,चक्कर व मानसिक संतुलन खोने का डर भी होता है. सूर्य द्वारा बनने वाला ग्रहण योग पिता सुख में कमी करता है.जातक का शारीरिक ढांचा कमजोर रह जाता है.आँखों व ह्रदय सम्बन्धी रोगों का कारक बनता है.सरकारी नौकरी या तो मिलती नहीं या उस में निबाह मुस्किल होता है.डिपार्टमेंटल इन्क्वाइरी ,सजा ,जेल,परमोशन में रुकावट सब इसी योग का परिणाम है.
२. चंडाल योग: गुरु की किसी भी भाव में राहू से युति चंडाल योग बनती है.शरीर पर घाव का एक आध चिन्ह लिए ऐसा जातक भाग्यहीन होता है.आजीविका से जातक कभी संतुष्ट नहीं होता,बोलने में अपनी शक्ति व्यर्थ करता है व अपने सामने औरों को ज्ञान में कम आंकता है जिस कारण स्वयं धोखे में रहकर पिछड़ जाता है.ये योग जिस भी भाव में बनता है उस भाव को साधारण कोटि का बना देता है.मतान्तर से कुछ विद्वान् राहू की दृष्टी गुरु पर या गुरु की केतु से युति को भी इस योग का लक्षण मानते हैं.
३.दरिद्र योग:लग्न या चंद्रमा से चारों केंद्र स्थान खाली हों या चारों केन्द्रों में पाप ग्रह हों तो दरिद्र योग होता है.ऐसा जातक अरबपति के घर में भी जनम ले ले तो भी उसे आजीविका के लिए भटकना पड़ता है,व दरिद्र जीवन बिताने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
४. शकट योग:चंद्रमा से छटे या आठवें भाव में गुरु हो व ऐसा गुरु लग्न से केंद्र में न बैठा हो तो शकट योग का होना माना गया है. ऐसा जातक जीवन भर किसी न किसी कर्ज से दबा रहता है,व सगे सम्बन्धी उससे घृणा करते हैं.वह अपने जीवन में अनगिनत उतार चढ़ाव देखता है.ऐसा जातक गाड़ी चलाने वाला भी हो सकता है.
५.उन्माद योग: (a) यदि लग्न में सूर्य हो व सप्तम में मंगल हो, (b) यदि लग्न में शनि और सातवें ,पांचवें या नवें भाव में मंगल हो (c) यदि धनु लग्न हो व लग्न- त्रिकोण में सूर्य-चन्द्र युति हों साथ ही गुरु तृतीय भाव या किसी भी केंद्र में हो तो गुरुजनों द्वारा उन्माद योग की पुष्टि की गयी है.जातक जोर जोर से बोलने वाला ,व गप्पी होता है.ऐसे में यदि ग्रह बलिष्ट हों तो जातक पागल हो जाता है.
६. कलह योग: यदि चंद्रमा पाप ग्रह के साथ राहू से युक्त हो १२ वें ५ वें या ८ वें भाव में हो तो कलह योग माना गया है.जातक के सारे जीवन भर किसी न किसी बात कलह होती रहती है व अंत में इसी कलह के कारण तनाव में ही उसकी मृत्यु हो जाती है.
नोट:लग्न से घड़ी के विपरीत गिनने पर चौथा-सातवां -दसवां भाव केंद्र स्थान होता है.पंचम व नवं भाव त्रिकोण कहलाते हैं. साथ ही लग्न की गिनती केंद्र व त्रिकोण दोनों में होती है.
ऐसे ही कई प्रकार के योग और भी हैं जिनकी चर्चा फिर कभी करेंगे.फिलहाल यदि इन योगों में से कोई योग आपको अपनी कुंडली में दिखाई पड़ता है तो किसी योग्य ब्रह्मण द्वारा इसका उचित निवारण कराएँ.लेख आपको कैसा लगा ये जरूर बताएं ,चर्चाओं का दौर जारी रहा तो इन योगों का निवारण भी इसी ब्लॉग के द्वारा बताऊंगा.
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कुंडली में हम सामान्यतः राज योगों की ही खोज करते हैं, किन्तु कई बार स्वयं ज्योतिषी व कई बार जातक इन दुर्योगों को नजरअंदाज कर जाता है,जिस कारण बार बार संशय होता है की क्यों ये राजयोग फलित नहीं हो रहे.आज ऐसे ही कुछ दुर्योगों के बारे में बताने का प्रयास कर रहा हूँ,जिनके प्रभाव से जातक कई योगों से लाभान्वित होने से चूक जाते हैं.सामान्यतः पाए जाने वाले इन दोषों में से कुछ इस प्रकार हैं..
१. ग्रहण योग: कुंडली में कहीं भी सूर्य अथवा चन्द्र की युति राहू या केतु से हो जाती है तो इस दोष का निर्माण होता है.चन्द्र ग्रहण योग की अवस्था में जातक डर व घबराहट महसूस करता है.चिडचिडापन उसके स्वभाव का हिस्सा बन जाता है.माँ के सुख में कमी आती है.किसी भी कार्य को शुरू करने के बाद उसे सदा अधूरा छोड़ देना व नए काम के बारे में सोचना इस योग के लक्षण हैं.अमूमन किसी भी प्रकार के फोबिया अथवा किसी भी मानसिक बीमारी जैसे डिप्रेसन ,सिज्रेफेनिया,आदि इसी योग के कारण माने गए हैं.यदि यहाँ चंद्रमा अधिक दूषित हो जाता है या कहें अन्य पाप प्रभाव में भी होता है,तो मिर्गी ,चक्कर व मानसिक संतुलन खोने का डर भी होता है. सूर्य द्वारा बनने वाला ग्रहण योग पिता सुख में कमी करता है.जातक का शारीरिक ढांचा कमजोर रह जाता है.आँखों व ह्रदय सम्बन्धी रोगों का कारक बनता है.सरकारी नौकरी या तो मिलती नहीं या उस में निबाह मुस्किल होता है.डिपार्टमेंटल इन्क्वाइरी ,सजा ,जेल,परमोशन में रुकावट सब इसी योग का परिणाम है.
२. चंडाल योग: गुरु की किसी भी भाव में राहू से युति चंडाल योग बनती है.शरीर पर घाव का एक आध चिन्ह लिए ऐसा जातक भाग्यहीन होता है.आजीविका से जातक कभी संतुष्ट नहीं होता,बोलने में अपनी शक्ति व्यर्थ करता है व अपने सामने औरों को ज्ञान में कम आंकता है जिस कारण स्वयं धोखे में रहकर पिछड़ जाता है.ये योग जिस भी भाव में बनता है उस भाव को साधारण कोटि का बना देता है.मतान्तर से कुछ विद्वान् राहू की दृष्टी गुरु पर या गुरु की केतु से युति को भी इस योग का लक्षण मानते हैं.
३.दरिद्र योग:लग्न या चंद्रमा से चारों केंद्र स्थान खाली हों या चारों केन्द्रों में पाप ग्रह हों तो दरिद्र योग होता है.ऐसा जातक अरबपति के घर में भी जनम ले ले तो भी उसे आजीविका के लिए भटकना पड़ता है,व दरिद्र जीवन बिताने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
४. शकट योग:चंद्रमा से छटे या आठवें भाव में गुरु हो व ऐसा गुरु लग्न से केंद्र में न बैठा हो तो शकट योग का होना माना गया है. ऐसा जातक जीवन भर किसी न किसी कर्ज से दबा रहता है,व सगे सम्बन्धी उससे घृणा करते हैं.वह अपने जीवन में अनगिनत उतार चढ़ाव देखता है.ऐसा जातक गाड़ी चलाने वाला भी हो सकता है.
५.उन्माद योग: (a) यदि लग्न में सूर्य हो व सप्तम में मंगल हो, (b) यदि लग्न में शनि और सातवें ,पांचवें या नवें भाव में मंगल हो (c) यदि धनु लग्न हो व लग्न- त्रिकोण में सूर्य-चन्द्र युति हों साथ ही गुरु तृतीय भाव या किसी भी केंद्र में हो तो गुरुजनों द्वारा उन्माद योग की पुष्टि की गयी है.जातक जोर जोर से बोलने वाला ,व गप्पी होता है.ऐसे में यदि ग्रह बलिष्ट हों तो जातक पागल हो जाता है.
६. कलह योग: यदि चंद्रमा पाप ग्रह के साथ राहू से युक्त हो १२ वें ५ वें या ८ वें भाव में हो तो कलह योग माना गया है.जातक के सारे जीवन भर किसी न किसी बात कलह होती रहती है व अंत में इसी कलह के कारण तनाव में ही उसकी मृत्यु हो जाती है.
नोट:लग्न से घड़ी के विपरीत गिनने पर चौथा-सातवां -दसवां भाव केंद्र स्थान होता है.पंचम व नवं भाव त्रिकोण कहलाते हैं. साथ ही लग्न की गिनती केंद्र व त्रिकोण दोनों में होती है.
ऐसे ही कई प्रकार के योग और भी हैं जिनकी चर्चा फिर कभी करेंगे.फिलहाल यदि इन योगों में से कोई योग आपको अपनी कुंडली में दिखाई पड़ता है तो किसी योग्य ब्रह्मण द्वारा इसका उचित निवारण कराएँ.लेख आपको कैसा लगा ये जरूर बताएं ,चर्चाओं का दौर जारी रहा तो इन योगों का निवारण भी इसी ब्लॉग के द्वारा बताऊंगा.
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Dear Pandit ji,,
जवाब देंहटाएंPlease tell me about my Govt. Job when will i get also give remidies to get govt job. i am very thankful to u.
name : kamal panth
dob : 23 july 1986
time : 11:45 am
place : Muzaffarangar (U.P) India
करण जी,अभी तक यदि नौकरी नहीं लगी है तो वाकई हैरानी की बात है.केंद्र-त्रिकोण का बड़ा जबरदस्त योग दशम भाव में बन रहा है.साथ ही दशम भाव में भद्र नामक पंचमहापुरुष योग भी है,और इस योग के लिए कहा जाता है की ये सदा देर से फलित होता है.बैंक-पोस्ट ऑफिस-इंशोरंस-मीडिया -जर्नालिस्म का क्षेत्र आपके लिए सफलता के द्वार खोल सकता है.ऐसा कोई भी क्षेत्र जिसमे सीधा जनता से जुड़ना पड़े आपके लिए उपयुक्त है.नवम्बर २०११ से योग शुरू हो गए हैं.शनि की वक्रता हो सकता है की फिलहाल निराश कर रही हो किन्तु अगस्त तक योग बन सकते हैं साथ ही अगस्त २०१४ तक भाग्य आपको कई अवसर प्रदान करने वाला है.सवा साथ रत्ती का पन्ना व सवा पांच रत्ती पुखराज अलग अलग धारण करें. यथासंभव कंप्यूटर व टीवी से दूरी बनायें रखें.जितना अतिआवश्यक हो उतना ही समय इन साधनों पर खर्च करें.यदि आवश्यक कोर्स कर सकें तो अध्ययन के क्षेत्र में भी मौका है.एक बात मैं दावे से कह सकता हूँ की नौकरी चाहे आपकी इच्छा की हो या न हो किन्तु अपनी सात पुश्तों में आप सर्वाधिक सफल व्यक्ति होंगे एक दिन.मेरी शुभकामनाएं सदा आपके साथ हैं.
हटाएंTHANKS FOR YOUR REPLY..
जवाब देंहटाएंसंतोष जी आप काफी समय से सवाल पूछ रहे हैं किन्तु मैं समझ ही नहीं पता की वास्तव में आप क्या जानना चाहते हैं?सम्पूर्ण कुंडली की विवेचना इस प्रकार ब्लॉग के माध्यम से संभव नहीं है.किन्तु फिर भी अपनी और से आपके द्वारा इतने समय से लगातार पूछे जा रहे सवालों का जवाब देने का प्रयास करता हूँ. कन्या लग्न में आप मीन राशि के जातक हैं.सप्तम भाव में नीच भंग योग के साथ साथ मालव्य योग का सृजन हुआ है.ऐसे योग दशा में जातक अध्यापन के कार्य से जुड़ सकता है,साथ ही दशमेश पर चन्द्र का प्रभाव इलेक्ट्रिक ,कम्प्यूटर ,दूर संचार व समाचार पत्र ,से जुड़ सकता है.किन्तु दशम भाव पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि न होने से सरकारी जॉब की आशा नहीं करनी चाहिए.या तो सरकारी नौकरी लगती नहीं है या लगती है तो जातक कर नहीं पाता है. भाग्य स्थान पर शनि की दृष्टि जीवन के २८ वें साल तक आपको संघर्ष करा सकती है किन्तु कहते हैं की ऐसे जातक का भाग्योदय ३२-३६ वें वर्ष के मध्य होता है.पिता के धन या संपत्ति को आप अपने प्रक्रम के लिए उपयोग में लायेंगे.पिछले दो सालों में बहुत संभव है की कई मौके आपने अपने हाथ से फिसलते हुए महसूस किये हों,कई जगह आपको लगा हो की काम बनते बनते रह गया .किन्तु संयम रखें १४ अगस्त २०१२ के बाद किया गया कोई भी प्रयास आपको अच्छे परिणाम देगा. पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं तो करें.घर से जब भी बाहर निकलें इत्र का उपयोग कर के निकलें.प्रतिदिन शेविंग करें,कपड़ों में प्रेस करें,बालों को तरतीब से कटाएँ,महीने में एक दिन कम से कम मौन व्रत रखें व चमत्कार देखें. जीवन के ३२ वें साल के बाद और ३६ वां साल निकलते ही धन के श्रोत सुगम हो जायंगे.
जवाब देंहटाएंpanditji shukriya. aap ki sari bate sahi hai.maine ayurved ki degree prapt ki hai.. muze post graduation {MD} karna hai. per dikate aa rahi hai. maine pukhraj stone 2 saal pahna tha. guru pancham sthan mai hokar neech ka tha. usper shani ki drusthi thisr house se hai. lekin guru jaha per baithte hai vaha ki hani kar te hai. iss karan se pukhraj uttar diya. abhi kya karna sahi hai. aap muze apna suzav de.
हटाएंसंतोष जी ,पहले भी अपने ब्लॉग के द्वारा पाठकों को सूचित कर चुका हूँ की नीच ग्रह को देखते ही परेशान हो जाना व उच्च ग्रह को देखकर ख़ुशी से उछल पड़ना दोनों ही ज्योतिष में अज्ञानता की निशानी माना जाता है. पंचम में यदि गुरु नीच हो रहे हैं तो जाहिर तौर पर आय भाव पर अपनी उच्च राशि को देख रहे हैं.पूर्व समय काल में जब शाश्त्र लिखे गए थे तो मेडिकल या डाक्टरी कोई पेशा नहीं था.ये विषय अधिकतर ऋषियों या ब्रह्मिन वर्ग तक ही सीमित थे.जो सेवा भाव से जुड़े माने जाते थे.उस समय ऋषि किसी रोगी को ठीक करने की कोई फीस चार्ज नहीं करते थे.अब पंचम में गुरु नीच होकर स्वयं शनि द्वारा देखे जा रहे हैं.शनि चीड फाड़ व अस्पतालों से सम्बंधित ग्रह है.इस कारण इन्होने गुरु जो की शिक्षा का कारक है उसे अपने से सम्बंधित विषय पढने को उकसाया.फलस्वरूप आपने मेडिकल से सम्बंधित शिक्षा प्राप्त की .किन्तु समस्या यह है की हम शाश्त्रों में लिखी बातों को सदा उसी सन्दर्भ में ले लेते हैं ,उन्हें आज के वातावरण से मिलाते नहीं हैं और गच्चा का जाते हैं.वास्तव में ग्रह के मूल स्वाभाव में कभी परिवर्तन नहीं होता किन्तु उसके काम करने के तरीकों में समय के साथ साथ बदलाव आ जाता है.आज के समय में डाक्टरी कोई सेवा भाव का विषय नहीं रहा है.इसमें शुक्र के रूप में दिखावा,रंगीन रिजल्ट निकलने वाली मशीने ,ग्लो साइन बोर्ड ,रंगीन चमचमाते वार्ड्स,तराशी हुई नर्सें जुड़ गयी हैं साथ ही जुड़ गया है बुध के रूप में अंधाधुंध पैसा.कोई चीज अगर पीछे छूट गयी है तो वो है सेवा भाव.अब शनि के प्रभाव के कारण गुरु ने अपना रुख अस्पताली शिक्षा की और कर तो लिया किन्तु इस समीकरण में कहीं भी शुक्र व बुध की भागेदारी न होने से इस कर्म के द्वारा पैसा कमाना तो बहुत कठिन हो जाता है क्योंकि अपने मूल स्वभाव के कारण गुरु का ध्यान व्यवसाय की और न होकर शिक्षा की और भटकता है और वह आपको मनचाहा रिसल्ट नहीं दे पा रहा.आप अपनी प्रैक्टिस करने के स्थान पर यदि किसी विद्यालय में अपने विषय से सम्बंधित अथवा किसी मेडिकल कालेज में शिक्षण से सम्बन्धी कार्य करें तो तुरंत व दीर्घकालीन सफलता की अधिक संभावनाएं अधिक होती हैं. अब आप गुरु को उसका मूल कार्य सौंप देंगे तो वह तुरंत अपनी दृष्टि में आने वाले अपने उच्च की राशि वाले भाव को आपरेट कर देगा.आशा है आप मेरी बात समझ रहे होंगे.
हटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
हटाएंaap ka jyotish gyaan apratim hai.ganesh ji ki krupa aap par hai.muze aap ki bate samaj rah hai. kya kar ne se badhaye come hogi.
जवाब देंहटाएंसवा आठ रत्ती का मोती दाहिने हाथ की तर्जनी में धारण करें(यानी अंगूठे से अगली अंगुली) व सवा सात रत्ती पन्ना दाहिने हाथ की कनिष्टा यानि छोटी अंगुली में अष्टधातु में धारण करें.अंगूठी के निर्माण में आवश्यक शर्तों ,योग समय आदि को फ़ॉलो करें.कम से कम पांच महीने का समय इन रत्नों को दें.धीरे धीरे राह व मंजिल स्वत ही नजर आने लगेगी,साथ ही समीकरण व बुद्धि स्वयं ही सही सलाह देने लगेगी.मोती के लिए शंकित न हों की ये तो छोटी अंगुली में ही धारण की जाती है.असल में केन्द्रधिपति व नीच होने के कारण गुरु उचित फल नहीं दे पा रहे.मोती चंद्रमा से सम्बंधित है,जिस की राशि में गुरु उच्च माने जाते हैं साथ ही आय भाव के स्वामी होकर चंद्रदेव दशम भाव में विराजमान हैं ,दशम यानी काम धंधे का भाव. तर्जनी में गुरु का निवास माना गया है.मोती से गुरु ,दशम व आय भाव सब एक साथ आपरेट करना शुरू कर देंगे साथ ही पन्ना जो की लग्न के स्वामी ग्रह का रत्न है वो स्वयं को बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने में आपको सहायक होगा.साथ ही बुध कहीं न कहीं अस्पताली कामों ,शिक्षा आदि में भी दखल रखता है.ग्रह नक्षत्रों के फेर में ज्यादा न उलझें.आयु का ३२ वाँ वर्ष आपको वो सब देना शुरू कर देगा जिस की आप आकांक्षा रखते हैं.मेरी ह्रदय से शुभकामनाएं आप के साथ हैं.ब्लॉग पढने और इसे पसंद करने हेतु बहुत आभार.ईश्वर की तो पता नहीं पर आप जैसे बंधुओं की दुआएं जरूर साथ हैं.ज्योतिष मेरे लिए रोजगार का साधन नहीं है अपितु मेरे जीने के लिए सांस है.
हटाएंguruji agar sukra ki mahadasha chal rahi ho to kya heera bhi pahana sahi hoga kya. sukra vakri awastha mai hai. aap ka kya rai hai.
जवाब देंहटाएंमात्र महादशा के आधार पर रत्न धारण करने की सालाह देना ऐसा ही है जैसे घर आये मेहमान को( बिना ये पूछे की वह चाय पीता है या नहीं,कहीं घर से पीकर ही तो नहीं चला है, उसका शरीर इसकी जरुरत महसूस कर रहा है या नहीं,या कहीं वो फीकी चाय पीने का तो आदि नहीं है,)जबरदस्ती चाय का प्याला थमा देना.कौन सा रत्न धारण करना सही रहता है इस विषय पर पूर्व में एक लेख लिख चुका हूँ,पढ़कर देखिये शायद आपकी जिज्ञासा को शांत कर पाए........................ डाक्टर साहब को नमस्कार.
हटाएंGuru ji ko sadar charn sparsh, kripya muz per bhi asirwad de.
जवाब देंहटाएंjeevan me kabhi sukh nahi paya. aur abhi ka samay bahut dar, aur bhay lag raha hai, koi upay bateya to badi krip hogi.
shailendra 11\04\1976
time 1.20 am aur Place Indore M.P.
शैलेन्द्र जी,धनु लग्न में आप सिंह राशि के जातक हैं.आएश मालव्य योग का सृजन कर रहा है साथ ही धनेश की अपने भाव पर दृष्टी है.दशमेश बुध आय भाव पर दृष्टी रखता है.समस्या धन की नहीं होनी चाहिए.पारिवारिक पृष्टभूमि संपन्न होने का आभास मिल रहा है.आप अभी तक भी पैतृक धन का उपयोग कर पा रहे होंगे.वास्तविक समस्या आपकी फिजूलखर्ची से उत्पन्न हुई हो सकती है.अपने को साबित करने की छटपटाहट आपको बार बार धन खर्चने पर मजबूर कर देती है. आप बार बार कर्ज ले लेते हैं.अपने ह्रदय पर हाथ रखकर कहिये की आपने वहाँ भी अभी तक काफी धन खर्च नहीं किया है(कहाँ इसका जिक्र नहीं करूँगा,आप स्वयं समझ रहे होंगे)जहाँ से बचाया होता तो आज एक अच्छा खासा बैंक बैलेंस होता आपका.किन्तु धन खर्चना आपकी प्रवृति है जिस पर अंकुश लगाना वाकई काफी कठिन है . फिर भी संतोषजनक बात यह है की ग्रहों की जो युतियाँ मैं देख पा रहा हूँ वो उम्र के ३६ वें वर्ष में आपकी सभी समस्याओं के निपटारे की और इशारा कर रही हैं.अचानक धन प्राप्ति के योग बनेगें . शनि की अष्टम में उपस्तिथि इस का करक बनेगी.सन २००६ से आप खुद को थोडा परेशान महसूस कर रहे होंगे.पहले आपने जीवन को बहुत ही सहज मान कर जिया,और अब जब आयु बढने लगी है तो भविष्य के प्रति नैसर्गिक रूप से आप चिंतित होने लगे हैं. अध्यापक होने से बेहतर अपना कोचिंग सेण्टर बेहतर होता है.काम की कभी इस लग्न के जातक के लिए समस्या नहीं आती,वह कई क्षेत्रों में हाथ आजमा सकता है.
हटाएंनौकरी की अपेक्षा स्वयं का काम इस योगायोग में शुभ मन जाता है.दवाओं, अस्पतालों,फर्नीचर ,जीवन बीमा ,इलेक्ट्रोनिक ,जहाँ दूसरों का धन उपयोग में आता हो ,जैसे बैंक आदि के लिए कोई भी काम करना दिखाई दे रहा है.किन्तु नौकरी से अधिक धन स्वयं के व्यवसाय से मिलता दिखाई पड़ रहा है.जीवन साथी को आग ,और त्वचा सम्बन्धी किसी समस्या से बचाने का प्रयास कीजियेगा. स्वयं का पेट साफ़ रखें अन्यथा कब्ज के पश्चात मलद्वार सम्बन्धी रोग होने का भय है.चर्चा जारी रही व आप मेरी बातों से सहमत हों तो कुछ फीड बैक मुझे दें ताकि आपको उपाय सुझा सकूं.आगे ईश्वर सदा आपका सहायक हो.
guru ji ka sadar charn sparsh. aap ki baat bilkul sahi hai. abhi problem dhan ki nahi hai. aur me business karta hu. aur computer cyber ka.ye bhi sahi hai. abhi 2-3 maha se mansik bhay ho raha hai. ghar ke thik same wale be vajah ladai kar rahai un se ladna to door apna maan bhay bhit rahata hai. muze laga koi grah ki dasa hai is leya app ko mail kara. app kirpa ho to uttar de.
हटाएंbahut bahut dhanywad. thank you sir.
guru ji app ke intzar me.
हटाएंraha dekha rahai hai.
शैलेन्द्र जी,प्रातः सूर्य को अर्ध्य दें,ताम्बे के बर्तन में पानी रात को भरकर रखें,प्रातः उसका सेवन करें.सवा सात रत्ती का माणिक ताम्बे की अंगूठी में धारण करें. "ॐ अहिं सूर्यो सहस्त्रांशो ,तेजो राशे जगत्पते,
हटाएंअनुकम्प्याम भक्त्याम ग्रहा नाग्र्यम दिवाकरो " .
इस मन्त्र का नित्य ११ बार जाप करें.ईश्वर आपकी सदा रक्षा करेगा.जो प्रभु की शरण में है भला उसको किसी का क्या भय ?
guru ji ko bahut bahut dhanywad. Thankyou very much.
हटाएंmagar ye kis grah ke karan ho raha hai aur kab thik hoga.
kripya uttar de. aap ko paresan kar raha hu. chhama karna.
Again thankyou very much.
प्रणाम पंडित जी!
जवाब देंहटाएंमेरा जनम
13 feqburary 1988
11:45 AM
पटना में हुआ है!
कृपया मेरे भविष्य के बारे में कुछ बताइये?
रितेश कुमार
वृष लग्न में दशम भाव में ग्रहण योग बना हुआ है.स्वयं शनि की दृष्टी अपने भाव पर है.अततः स्पष्ट विदेश यात्रा योग बन रहा है.आप का जॉब आपके जनम स्थान से बाहर होना तय है.पिता की संपत्ति का सहयोग अवश्य प्राप्त हो रहा है,व सदा होता रहेगा.लग्नेश का आय भाव में उच्च होना स्पष्ट संकेत दे रहा है की आप अपनी आय से प्रचुर मात्रा में सुख प्राप्त करेंगे.बस ध्यान रखें की ह्रदय में किसी के प्रति भी बुरी भावना न रखें.न ही किसी से मुफ्त में कभी कुछ लें. शनि आपके लिए सर्वाधिक लाभकारी हैं.अततः शनि से सम्बंधित कामों से धन प्राप्त होना तय हो जाता है.सूर्य को नियमित रूप से अर्ध्य दें,व नीली रत्न सवा आठ रत्ती का धारण करें.ग्रहण योग के कारण सूर्य कमजोर पड़ रहे हैं.पिता के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें,साथ ही इस योग के फलस्वरूप आपकी क्षमताओं का उचित मूल्यांकन नहीं हो पा रहा.कार्यस्थल पर गुप्त शत्रु कुचक्र रच रहे होंगे.सचेत रहें व ताम्बे के बर्तन का पानी उपयोग करें.
हटाएंगुरुजी को सादर चरण स्पर्श,
जवाब देंहटाएंनाम: लोकेश अग्रवाल
जन्म तिथि (DD/MM/YYYY) : 16/07/1982
जन्म समय: 07:00 AM
जन्म स्थान: Khurja (Uttar Pradesh) / खुर्जा (उत्तर प्रदेश)
वर्तमान निवास: Ghaziabad (Uttar Pradesh) / गाज़ियाबाद (उत्तर प्रदेश)
गुरूजी मुझे अपने बहुत परेशानियों का सामना करना पद रहा है... मेरे पिताजी तथा जीजाजी की मृत्यु जल्दी मैं ही हो गयी तथा मैं आर्थिक रूप से बहुत बुरी तरह टूट चूका हूँ. कर्ज ने बहुत बुरी तरह जकड लिया है. कृप्या मेरा मार्गदर्शन करें.
धन्यवाद्.
लोकेश जी,कर्क लग्न में आप मेष राशि के जातक हैं.कहते हैं की इस लग्न के जातक को अपने जीवन में वनवास जरूर काटना होता है.वनवास का अर्थ मात्र वन में जाना ही नहीं होता.धन ,स्वास्थ्य,रिश्ते नाते,कई बातों के सन्दर्भ में वनवास को माना जाता है.धनेश व आएश दोनों राहू से पीड़ित होकर व्यय भाव में बैठकर दरिद्र योग का निर्माण कर रहे हैं.साथ ही भागेश्य अपने भाव से आठवें भाव में बैठकर शुक्र की राशि व राहू के नक्षत्र में विराजमान है,कर्ज,खर्चा तो जीवन में होना ही था.ग्रहण योग के कारण पिता का कष्ट तो आपने सहा ही,साथ ही तृतीय भाव में तो पाप ग्रह भाई बहनों को भी कष्ट की और संकेत कर रहे हैं. सन २००९ से राहू की दशा कष्टकारी समय की शुरुआत कर चुकी है.अभी एक वर्ष तक हालात कष्टकारी ही रहने वाले हैं.किन्तु राहत की बात यह है की आपकी कुंडली में सरकारी नौकरी के स्पष्ट योग बन रहे हैं.आप रेलवे -डाक विभाग -बिजली आदि से सम्बंधित किसी क्षेत्र में प्रयास करते रहें.कोई भी ऐसा काम जिसमें एजेंट शिप अर्थात चलने वाला कोई काम ही शुभ फल देगा.जहाँ एक जगह टिक कर काम करना पड़े वहां सफलता कम ही मिलेगी.शुक्र व सूर्य लगभग अकारक अंशों में हैं.यदि संभव हो तो सवा छह रत्ती का पुखराज अस्ट्धातु में धारण करें.फिलहाल संयम बनाये रखें.आपकी आयु के ३८ वें वर्ष से आप वह सब प्राप्त करने लगेंगे जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी. जमीन से सम्बंधित (खरीदने-बेचने)कार्यों व हल्का सा संपर्क राजनीति से जुड़े किसी व्यक्ति से आपका अवश्य बनेगा जो लाभकारी रहेगा.किसी स्त्री का आपके भाग्योदय में हाथ रहेगा.
हटाएंपंडित जी आपका धन्यवाद्। जैसे ही संभव हो पायेगा मैं पुखराज पहन लूँगा। मुझे कृपया करके कोई अन्य भी उपाय सुझाएँ जिससे राहु की महादशा मैं शांति मिले तथा धन से सम्बंधित परेशानी दूर हो जाए।
हटाएं2014 में राहु महादशा मैं शनि की अन्तर्दशा शुरू हो जायेगी उसका उपाय भी सुझाएँ।
हटाएंSri Ram
जवाब देंहटाएं03/1/1973, TOB: 08:45am, POB: Indore
१. जिंदगी में Stability कब आएगी?
२. एक ऐसा जॉब कब लगेगा जहाँ में ५-७ साल काम कर सकूँ. वर्ना हर जगह में मात्र ६-१२ महीने ही कार्य कर पाता हूँ..
३. पैसा कैसा रहेगा?
सन २०१४ के मध्य में कार्य व्यवसाय में स्थिरता प्राप्त होगी.धन की कमी तो कुंडली में दिखाई नहीं दे रही है.थोडा फिजूलखर्ची पर लगाम रखें.घर परिवार की जिम्मेदारियां निभाते रहते हुए भी भविष्य के लिए बचत जरुरी है.जॉब को स्थायी रखने के लिए थोडा अपने व्यवहार में परिवर्तन लायें.इंसान का व्यवहार ही उसकी पहचान बनता है और आपकी पहचान ही आपकी सफलताएँ निर्धारित करती है.देखिये न की बिना किसी संबोधन,बिना किसी दुआ सलाम के के आपने सीधे अपना सवाल ऐसे दाग दिया मुझ पर जैसे या तो आप इसके लिए मेरी फीस भर चुके हैं या यह मेरी जिम्मेदारी बनती है आपकी तरफ.एक प्रकार से मान लो नोटिस ही है.मैंने बुरा नहीं माना क्योंकि मैं आपकी कुंडली देख कर आपके व्यावहारिक व सामाजिक न होने का अंदाजा लगा सकता हूँ,किन्तु अन्य लोगों के साथ ऐसा नहीं है. अततः स्वयं के व्यवहार में परिवर्तन जरुरी है.
हटाएंguruji me knya legen ka hoon,4th house me rahoo.,5th me chendra,mangle,shani,shukre. 6th me sun. 7th me buddh. 10th me ketu. 12th meguru. guruji mere carrier ke bare me,&meri job kesi hogi and keb tek legegi, v
हटाएंguruji pranaam mera naam prashant gupta he,mera janm-1-3-1992,time-7:45pm,bareilly (u.p) me. guruji mere carrier ke baare me btaayen kesa hoga meri job kb tk he meri kundli me koi grhan yog to nhi . mere vishy me kuch btaayen. thank,u.
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हटाएंGURU JI PRANAAM
जवाब देंहटाएंMERA NAAM DURGA PRASAD HAI, MAIN EK VYAPARI HOON.. GURU JI AAJ SE 5 SAAL PAHLE TAK MAIN EK ACCHA KHASA APNA KIRANE KA DUKAAN CHALA RAHA THA,SAB KUCH THEEK THAAK CHAL RAHA THA, AUR ACHANAK MUJHE BUSNESS ME GHATA HONE LAGA MAINE TAMAAM UPAY KIYE PAR KUCH LABH NAHI HUA,5 SAAL PAHLE MFRE PASS KAREEB 7 LAKH
KI SIRF PROPERTY THI AUR AAJ MAIN BEROJGAAR HOON.MAIN APNE BACCHE TAK KO ACCHI SIKHSA NAHI DILA PA RAHA HOON, KRIPYA ISKA KAARAN AUR UPAY BATAYEN AUR KUCH SUJHAO DE JISSE MAIN APNE BUSNESS KE BAARE ME KUCH SOCH SAKU AAPNKI MAHAAN KRIPA HOGI
DURGA PRASAD
DOB 24 OCTOBER 1974 TIME 10:00 AM
PLACE-BASTI, UTTAR PRADESH
AAGE AANE WALA FUTURE KAISA RAHEGA
PRANAAM
दुर्गा प्रसाद जी,वृश्चिक लग्न की कुंडली में गुरु व बुध धन से सम्बंधित ग्रह होते हैं .शाश्त्रों में उल्लेख आता है की यदि इस लग्न कुंडली में दोनों में से कोई भी ग्रह वक्री होकर किसी भी स्थान में होता है जो जातक को अचानक धन की हानि होती है,और जब ये छह ,आठ या बारह भाव में होते है तो स्थिति अधिक जटिल हो जाती है.अफ़सोस के साथ सूचित कर रहा हूँ की आपकी कुंडली में दोनों ग्रह आएश व धनेश वक्री हैं.साथ ही कार्येष नीच राशि में है.नवम्बर २००७ से आपकी कुंडली में गुरु में बुध की अन्तर्दशा शुरू हो गयी थी व आप कह सकते हैं की आपकी तकलीफों की शुरुआत वहां से हो चुकी थी.पैत्रिक धन सम्पदा को आप सही प्रकार से सम्हाल नहीं पाए.कह सकते हैं की आप ही के गलत निर्णयों व चादर से अधिक पैर पसारने की प्रवृत्ति आपको नुकसान कर गयी.
हटाएंहालत अब भी कुछ अनुकूल नजर नहीं आ रहे.यदि संभव हो तो पन्ना व पुखराज अलग अलग हाथों में धारण करें.अपना काम खेल-कूद,धातु ,चाँदी, तांबा ,दवाओं या फैन्सी साजोसामान जैसे कपडे,जेवर आदि से जोड़ कर रखें.किराना आपको रास नहीं आने वाला. अपनी श्रीमती जी से सोमवार के व्रत रखने को कहें.आप स्वयं सोमवार ,मंगलवार ,बुधवार व गुरुवार को न तो घर से बाहर खाना खाएं,न ही किसी प्रकार का गरिष्ट भोजन करें.सोमवार को घर में मीठा भोजन करें.अगले वर्ष बरसातों के बाद हालत आपको स्वयमेव ही बदलते दिखेंगे.बाहर की मित्रता कम करें. व यदि समझ सकें तो एक मूल मन्त्र दे रहा हूँ.यही आपकी सफलता निर्धारित करेगा." ना बोलना सीखें."अपने समय, अपनी जिम्मेदारियों को पहले स्थान दें व इन्हें प्रभावित करने वाले किसी भी मित्र,आदत,रिश्ते को न कहना सीखें.कुंडली कष्टदायी है इसमें कोई संशय नहीं किन्तु यदि आप निरंतर इन उपायों को करें तो धीरे धीरे स्थिति में सुधार अवश्य होगा,प्रभु आपका सहायक बने.
Guru ji, meri kundli me neech bhang raj yoga aur veepreet raj yoga hai, Kya ye falit hoga aur kab
जवाब देंहटाएंDURGA PRASAD
PRANAAM
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जवाब देंहटाएंmere pati ka dob 4-6-1970 time-4.46 pm,place nagpur. vartman me bahut adhik vipatti me hai , is viaptti se kis prakar nikal payenge.
जवाब देंहटाएंkripya bataye.
शनि में बुध का अंतर दिसंबर 2013 के बाद हालात को नियंत्रित कर देगा. साझे में कोई कार्य ना करें .आदित्य हृदयस्रोत का पाठ करें.रविवार के दिन आटे का हलवा घी में बना हुआ तांबे की कटोरी में रखकर दान करें व काले घोड़े कि नाल की अंगूठी धारण करें.
हटाएंbahut bhaut dhanywad pandit ji...
हटाएंmera
जवाब देंहटाएंdob 08sec1980
time 21:05
place: gwalior
hai muje meri aage ki life kaisi rahegi koi fix rojgaar milega ? kah milega ? private only ya fir Govt ?
pradeep agrawal
जवाब देंहटाएंname : pradeep agrawal
brith place : khurja(uttar pradesh)
brith time : 10:30am
date of brith ;08 may 1984
current niwas : haridwar
parmnent add: aligarh
email id : prad1984@gmail.com
guru ji sadar namskar,
gurudev mujhe apne jivan kaal kitni pareshani utha rha hu jiski koi seema hi nhi hai,mere janam ke uprant meri mata ji ki death ho gai aur father ki dusri shadi,uske kuch varsh uprant mai naukri karne lga,hamesha apne home se dur rhta hu
abhi shadi nhi ki hai aur ye bhi nhi malum ki kb hogi ya hogi bhi nhi,
bhut koshish krne ke baad bhi apne credit se mikti nhi mil rhi hai koi kahta hai ki mera brith time galat likha hai lekin meri kundli to haath ki bani hui hai,,,,,mai jivan mai bhut kuch krna chahta hu ,kripya meri madad kre taki jivan mai juch ban sku,
mijhe aapke jawab ka intzar hai
dhanyawad
aapka prarthi
prdaeep
Guru ji Sadar Namskar,
जवाब देंहटाएंbade bin baad aap ki yaad aara hi hai dil jo aap se laga hai.aap ke blog hamesh padta rahata hu aap ki shalli bahut accha hai. jeevan me aage kuch samaz nahi aaraha hai jeevan ki gadi kaha ja rahi hai. kripya margdrashan kigeye.
name shailendra
date 11/04/1976
time 01:20 am place indore.
guru ji sadar namskar
हटाएंintzar me
नमस्ते पंडित जीँ
जवाब देंहटाएंमेने आप का लेख देखा हे जिसमे आप ने चन्द्र केतु कि बात कही हे। मेरी कुण्डली मे ये योग हे मुझे क्या उपाए करना चाइए
मेरा नाम गोविन्द
मेरा जन्म 18/11/1989
जन्म स्थान GULABPURA जिला(BHILWARA RAJ.)
जन्म समय सुबह(प्रात: काल) 7:15 पर हुआ हे
मे आप को बताना चाहता हु कि मे कभी -2 पागल जेसी हरकत करने लग जाता हु मुझे आप उपाए बताए
लग्न में सूर्य का विराजमान होना वा नवम् भाव में चंद्रमा का ग्रहण दोष बनाना ही आपकी समस्या का कारण हो सकता है.वास्तव में अपना स्तर ना छू पाने कि छटपटाहट वा स्वयम् को अधिक ज्ञानवान समझने की अंदरूनी लालसा ही आपकी समस्या है .
हटाएंnamste pandit jee
हटाएंmy dob 06 july 1982
time 05:45 am
location surat gujrat
pandit jee mere kundli ke bare me kuchh bataye bhavishya kaisa hoga
agar kundli me koi dosh hai to upay batane ki maherbani kijiyrga
koti koti namskar
लग्न वा सप्तम दोनो भावों में ग्रहण योग का निर्माण हो रहा है ,स्वाभाविक रूप से जीवन में संघर्ष बड़ जाता है.बिजली उपकरणों ,शेयर ,पत्र्कारिक्ता ,अथवा कोर्ट से संबंधित क्रय व्यवसाय लाभ देगा.दशम भाव पर शनि महाराज कि दृष्टि लगी हुइ नौकरी को छुड़ा सकती है.कार्यस्थल से संबंधित किसी विवाद में उलझने से बचें.असल में ग्रहों कि ऐसे अवस्था जातक को बहुआयामी प्रतिभा का धनी बना देती है,जिस कारण ना तो वह चैन से नौकरी ही कर पता है ना ही व्यवसाय . शनि महाराज को खुश रखिए,
हटाएंjankari dene ke liye dhanywad guruji
हटाएंmeri ab mangal ki maha dasha chalu ho rahi hai aur mera khud ka makan kab hoga
panditji namskar
हटाएंkripiya mere pitaji ke bare me jyotish ke madhyam se kuch batane ki kosish kare
maine apne pitaji hote huai bhi unki kripa darsti ka labh nahi mila hai aur aane wale bhavishya me mere ko ye kripa drasti milegi ya nahi me to ye bhi nahi janta ke woh ab is duniya me he bhi ya nahi
kripiya batane ka kasht kare maharaj pranam
namste pandit jee
जवाब देंहटाएंmy dob 06 july 1982
time 05:45 am
location surat gujrat
pandit jee mere kundli ke bare me kuchh bataye bhavishya kaisa hoga
agar kundli me koi dosh hai to upay batane ki maherbani kijiyrga
koti koti namskar
panditji namaskar
जवाब देंहटाएंmy dob 06 july 1982
time 05:45 am
location surat gujrat
meri mangal ki mahadasha chalu ho rahi hai kripiya karke bataye kaisi rahegi ?
Namaskar acharya jee
जवाब देंहटाएंmeiy apna business shuru karna chahta hu under earth materials ka jaise ironore,ironscrap magnese etc meiy ek business provider ka kaam karna chahta hu jo indian aur foriegn companies ke saath deal kare lekin koi oppurtunity mera haath nahi lag rahi mera ichcha hai ki construction meiy bhi ju lekin na tho koi rasta ban raha hai na koi aisa mil raha hai jiske saath kuch agey bhad saku kirpaya bataye kya umeed hai agey ki koi rasta aur safalta melegi ? apna naam aur kam bana paunga ? mera mangal ki sthithi pe jara orr kare
7/feb/1978
23:25pm
new delhi
namaskar
नीतेश जी सदा खुश रहें.तीन तीन ग्रह वक्री हो रहें हैं.साथ ही शनि देव जो कि राज-योग बना सकते हैं ,बहुत ही कम अंशों में हैं.मंगल जिन्हे कि भूमि पुत्र भी कहा जाता है है वे भी वक्री हैं .अतः संघर्ष बड़ जाता है.सबसे पहले तो आप स्वयम् का registration करा लें ताकि सरकारी कामों में टेंडर डाल सकें.पन्ना रत्न सवा सात रत्ती धारण करें .नियम से मंगलवार का व्रत रखें .भगवान कि कृपा से अगले वर्ष माघ माह तक सब कुछ आपके नियंत्रण में आ जायेगा.आपने जीवन के 36 वें वर्ष में आप बुलन्दियों पर होंगे.पर तब हम जैसे छोटे ज्योतिषी के लिए आपके पास टाइम ही नहीं होगा.हमे मत भूलियेगा साहब .
हटाएंpundit jee namaskar , apka bahtu shukriya apne itni jaldi jawab bhi dediya bahut shukriya . apke kehne ke anusar meiy company name ka registration karvalu itna aur batadiye apne naam pey karau ya apni mata jee ke naam sey . yeh prediction apne construction wale kaam ki hai ya under earth materials wale kaam ki . mujhe kisi neiy kaha tha ki khemdrum yog ,sakta yog aur daridr yog yeh teeno bure yog hai meri patrika mey aur mangal neech ka hai . mangal ka vrat mey rakhta hu ,ek gold ring right hand ki first finger mey pehna hu , panna kis ungli mey pehna hai aur kis dhatu meiy kirpaya batadiye .
हटाएंapko bahut shukriya aur shubh kamnaye
namsakr
7/feb/1978
23:25pm
new delhi
namaste pundit jee
जवाब देंहटाएंmera cousin bhai ki samasya likh raha hu kirpaya samadhan de bahut pareshan hai . iski koi naukri sthir nahi rehti , aaj kal koi naukri hai bhi nahi 6jan 2013 ko iske pita je ki accident meiy death hogaye hai . ghar kisi terah rhistedaar chala rahay hai . daru ki lad lagi hui hai kirpya bataye kab tak apni zimedari samjhega iske 2 bachche hai , koi uay bataye
7/jan/1973
13:15pm
aligarh {U.P}
namaskar
मेष लग्न में मंगल का आठवें भाव में जाने से इस प्रकार की समस्याएँ तब और भी अधिक देखने में आती हैं जब जातक मंगल के नियम भंग करता है.मंगलवार के व्रत रखें वा यथासंभव मीठा दान करें.गोमेद सवा पाँच रत्ती धारण करें
हटाएंnamaste gurujee
जवाब देंहटाएंapni job se related sawal puchna chahti hu ,ek hospital meiy kam karti hu as a physiotherapist ghar sey dur yehi ke hostel meiy rehtu hu ,yaha ka enviroment bahut kharab hai , kitna kaam karo sirf bura hi khud ke liye sune ko milta hai , meiy yaha sey jaldi doosri job chahti hu lekin koi vacancy mujhe nahi mil rahi ,pls bataye kab tak meri new job ho payegi yaha reh kar aur kam kar ke meiy frustrate ho chuki hu .mental disturbed rehti hu .
30,nov,1986
16:35pm
delhi
गोमेद रत्न सवा पाँच रत्ती धारण करें.शनिवार को तीन बादाम छोटे छोटे टुकड़ों में कौवे के लिए डाल दें.ईश्वर ने चाहा तो शीघ्र ही मनचाहा कार्य पूर्ण होगा.
हटाएंpranaam guru dev
जवाब देंहटाएंmera question ghar ke baare meiy hai . 2010 meiy ek apartment book karaya tha jo dec 2013 meiy ban kar tayar hoga yeh multistory aparmtents hai . mera floor 4 th hai .north facing plot pe bana hai aur ghar ka entrance west hai . yeh puchna chahta hu ki meri janampatrika seiy kya yeh west direction entrance wala ghar achcha rahega . abhi jis ghar meiy rehta hu voh south facing hai sirf bura hi dekha hai is ghar meiy .kirpaya bayaye kaunsa direction sabse sahi rahega?
7/feb/1978
23:25pm
new delhi
namaskar & shubh kamanaye
namaskar guruji
जवाब देंहटाएंguruji me aapki gyan se kafi prabhavit hua hun aur me aapse meri puri kundli ka vishleshan karavana chata hun to
dob 06 july 1982
tob 05:45 am
pob surat/gujrat
email id mayankpatelk@yahoo.com (fees ke bare me bhi guruji bata dijiyega koi dikkat nahi )
gurujee namaskar
जवाब देंहटाएंapni janampatrika ke baare meiy kuch janna chahta hu kirpa kare thodi .
kya meri janampatrika meiy khemdrum yog, sankata yog aur darid yog ,pitra dosh hai ? agar hain tho kya inka asar puri life rehega ? dhan yog ya raj yog ka koi shambahva hai ?
7/feb/1978
23:25pm
new delhi
kirpa kare gurujee
shubhkamnaye
इतनी बातों का जवाब देना यहाँ पर संभव नहीं है नीतेश जी.क्षमा प्रार्थी हूँ.आप देखते ही होंगे कि जहाँ तक संभव होता है मैं ब्लॉग के माध्यम से पाठकों की समस्याओं का यथासंभव निवारण करने का प्रयास करता हूँ.इस भागमभाग भरे जीवन में अपने परिवार कि रोजी रोटी के लिए मुझे यहाँ भी अपने कार्यालय में कुंडली देखनी होती हैं,व रिजक कमानी होती हैं.कोई भी ज्योतिषी इस स्तर पर बिना किसी शुल्क के ऐसा नहीं करता ,कर ही नहीं सकता.फिर भी जब भी समय मिलेगा आपकी कुंडली का पूर्ण विवेचन करने का प्रयास करूँगा.
हटाएंपंडित जी में सिर्फ इतनी जानकारी चाहता हु की मेरी कुंडली में सरकारी या प्राइवेट नौकरी के योग हैं या व्यवसाय के और किस क्षेत्र में .कृपया मेरी जीविका का मार्गदर्शन करे . मेरी जानकारी इस प्रकार है
हटाएंनाम :- कृष्णा कुमार उपाध्याय
पिताजी :- रमेश कुमार उपाध्याय
जन्म स्थान :- जबलपुर मध्य प्रदेश
जन्म समय :- सुबह ४:३०
आशा है आप अपने कीमती समय में से कुछ समय मुझे जरुर देंगे
उपाध्याय जी ,कई बार पाठक की शिकायत होती है की उनके प्रश्न को नहीं लिया जा रहा .किन्तु पाठक कई बार न तो स्पष्ट प्रश्न करता है न ही पूर्ण विवरण देता है. अब अधूरे प्रश्न पर वापस हमारे द्वारा प्रश्न करने का समय नहीं मिल पाता .अब देखिये न की आपने अपनी जन्म तिथि ही नहीं बताई है.
हटाएंguruje
जवाब देंहटाएंnamaskar
apko bhoot sari shubh kamnaya
apni shaadi ke bare meiy jana chahta hu
kab tak hogi , kis terah ki kanya sey hogi {kya background hoga}
kya safal shaadi hogi ? kin baatoy ky dhayan rakhna hoga mujhe kirpya marg darshan kare aur ashirwaad dey.
7/feb/1978
23:25pm
new delhi
namaskar
shubh kamanaye
सप्तमेश का नीच राशि में होना व नवमांश में शनि का सप्तम भाव में विराजमान होना विवाह में देर व दो विवाह का कारण भी बनता है .कई बार जातक की सगाई होकर विवाह की एक रात पहले तक सम्बन्ध विच्छेद होने का योग बनता देखा गया है .विवाह से पूर्व कन्या के बारे में पूरी जानकारी कर लें . आपका विवाह इस वर्ष के अंत तक तय हो जाने के प्रमाण मिल रहे हैं .
हटाएंOm Namh Sivay,
जवाब देंहटाएंguru ji mere detail
name- inder
DOB-30 apr 1987
time- 11.10 pm
place - udaipur rajasthan
abhi tak job nahi lagi hai or koi govt job ka chance hai kya?
or shadi kab tak hogi. please help me or contact inder5348@gmail.com
or soultion bataye 08233141476
bahut kraypa hogi
thanks
Om Namh Sivay,
जवाब देंहटाएंguru ji mere detail
name- inder
DOB-30 apr 1987
time- 11.10 pm
place - udaipur rajasthan
abhi tak job nahi lagi hai or koi govt job ka chance hai kya?
or shadi kab tak hogi. please help me or contact inder5348@gmail.com
or soultion bataye 08233141476
bahut kraypa hogi
thanks
रोहिणी नक्षत्र प्राप्त हुआ है आपको .वासुदेव कृष्ण ने अपने लिए इस नक्षत्र का चयन किया था .भला किसी की नौकरी की क्या उन्होंने ?संसार के सबसे बड़े व विद्वान गुरुओं की श्रेणी में आप उन्हें रख सकते हैं .मथुरा त्याग कर वास्तु की दृष्टी से सर्वाधिक संपन्न द्वारिका का निर्माण किया ,द्वारिका के इंजिनियर -ठेकेदार सब वो ही थे .एक बार सोमनाथ जी के दर्शन कर आओ .आपके लिए वहीँ से भाग्य के द्वार खुलते हैं .अगले दो महीनो के अन्दर आप मनचाहा फल प्राप्त कर लेंगे ,ऐसा प्रमाण मिलता है . सरकारी -अर्धसरकारी नौकरी के लिए प्रयास किया जा सकता है . मेरी शुभकामनायें .............
हटाएंthanks guru ji for your time.
हटाएंguru ji mere ko suatiabl business k bare me bataye mene information technology me btech kiya hai \par ab us me koi scope nahi dikh raha hai jise me apna jivanyapan kar saku.
or shadi kab tak hogi
me har kisi ki bat par vishwas kar leta hu or wo muje dhokha de deta hai
Dear Guruji
जवाब देंहटाएंMy Name :mayank
dob-24-apr-1980
time 10:15 am
place Ranikhet
main paresaan hoon job ko leke naye job len m dikkat aa rahe hai.
kripaya kuchh upaay bataye..
Dob:24-apr-1980
जवाब देंहटाएंTime : 10:15 am
Place Ranikhet
naukaree kab tak milegi koi upaay batayen.
Jay shree krishna pt.ji
जवाब देंहटाएंName jitendra
Time23.45
B o p mathura(up)
D o b20/9/80
Sir
Meri kundli me kon se yog he inka upaye kya he
कई प्रकार के समीकरणों से आपका संतान पक्ष प्रभावित हो रहा है .पुत्र संतान की प्राप्ति हेतु पूर्णत न तो नहीं कहा जा सकता किन्तु जीवन में दो बार स्वयं की गलती व दो बार कुदरत के प्रभाव से आप शुरूआती समय में पुत्र संतान का योग पाने में असमर्थ होंगे .यदि आपकी स्त्री की कुंडली में पुत्र की प्राप्ति के योग सुन्दर होंगे तो भविष्य में अवश्य पुत्र प्राप्ति होगी .......
हटाएंPranam Guruji
जवाब देंहटाएंmeri details
Name- Anubhav Shukla(female)
DOB- 01-may-1986
Time- 03:45 pm
Place- Sitapur(U.P.)
main bahut pareshani me hu kripya mujhe bataye kya mujhe sarkari naukri milegi? yadi haan to kab tak? aur mere vivah k vishay me bhi batane ki kripa kare
आपके लिए सरकारी -अर्धसरकारी नौकरी प्राप्त करने का सुन्दर योग आरम्भ हो चुका है जो मई २०१४ तक रहेगा .बैंक -शिक्षण -डाक विभाग -दूरसंचार व फाइनेंस सम्बन्धी कार्यों के लिए उचित तैयारी करें व प्रयास करें .आप अवश्य सरकारी नौकरी का भोग करेंगी .पन्ना रत्न सवा सात रत्ती अष्टधातु में धारण करें .
हटाएंsamay dene k liye apka bahut-2 dhanywaad! guruji maine isse phle kanishthika ungli me sone me 7.5 ratti ka panna phna tha pr tab fayda hone ki jagah nuksaan hota gya ,, kiye huye kaam k bhi paise nhi mile aur bahut maansik pareshania huyi aur jaise hi panna nikala wapis kaam mil gya.waise iska kaaran to sone me phna tha pr kya koi aur kaaran bhi ho skta h? kripya mera margdarshan kre ki is baar mujhe kis ungli me panna pahnna chahiye?
हटाएंसंभवतः आपके द्वारा किये गए पन्ने का चुनाव सही नहीं था अथवा इसे धारण करने हेतु आवश्यक नियमों, दशा-नक्षत्रों का पालन नहीं किया गया.कहीं बानर के हाथ में तो उस्तरा नहीं थमा दिया था?
हटाएंsahi kaha apne,meri arthik paristhiti is samay sahi nhi hai is kaaran turant panna banwane me asamarth hoon parantu guruji is samay sarkari naukri ka ek awsar saamne hai. kya sambhawna hai??? kya mujhe ye naukri prapt hogi?? ya panna pahnna hi hoga. kripya btaye kyuki ye awsar gaya to shayad ardh sarkari naukri hi mile. meri bhi sabhi ki tarah poorn sarkari naukri paane ki hi ichcha hai. thoda aashankit hoon kyuki pichhle kafi samay se mera koi chhote se chhota kaam bhi nhi bana hai
हटाएंतुलसी की जड़ किसी कपडे में बांधकर गले में धारण करें.आपकी मनोकामनाएं शीघ्र पूरी होंगी.
हटाएंbahut bahut dhanywad apka.. prabhu ap jaise logo ko aur shakti de jo bina kisi swarth k sabki sahayta karte hain
हटाएंगुरूजी मेरा नाम राधिका है
जवाब देंहटाएंमेरा जन्म जबलपुर में 6 सितंबर 1978 को सुबह 10 बजे हुआ था
मेरी कुंडली में गुरू उच्च का है लेकिन राहु के साथ मिलकर वह गुरू चंडाल योग बना रहा है
अभी में मातृत्व अवकाश मके बाद पुनः नौकरी तलाश कर रही हूँ मुझे आगे क्या करना चाहिए
राधिका जी ,आपके जन्माङ्ग में चंडाल योग का प्रमाण प्राप्त नहीं होता .तुला लग्न में तुला राशि की ही जातक आप हैं .शाश्त्र का प्रमाण है की तुला लग्न का जातक सदा आय सम्बन्धी मामलों में स्वयं को दो राहे पर पाता है।कारण जो कार्य धन यश देने में सक्षम होते हैं उनमें जातक की रुचि नहीं होती व जिस कार्य में जातक स्वयं को सहज पाता है,वो बहुत अधिक धन लाभ नहीं करा पाते .दशम में देव गुरु उच्च के होकर विराजमान हैं ,अतः आपके लिए सर्वाधिक सहज कार्य शिक्षण अथवा किसी भी प्रकार के मैनेजमेंट से जुड़ा होगा .गन्धर्व योग का सृजन आपकी कुंडली में स्पष्ट दिखाई देता है ,शाश्त्रों का प्रमाण है की ऐसा जातक किसी विशेष कला (संगीत आदि )के जरिये मान सम्मान व धन की प्राप्ति कर सकता है .
हटाएंnamste pandtji, my dob. 10 july,1980. time 7:35am. plece sikar,rajsthan,india. sir may abhi tak berojgar hu,karpya bataie ki muje rojgar kab tak or kis fild mey melega. many munga moti phukraj ratan dharn kia par muje inse labh ke bajay hani hui or bura parbhv muj par hua,palese batia ki kia chandr kundli lagn kundli mankar uske panchve,nove, dusve bhav ke ratn dharn kar labh utha sakte hai.
जवाब देंहटाएंरत्नों के इस समीकरण में पुखराज हटा देना बेहतर फल देने में सक्षम है .मूंगा और मोती धारण करे .आपका शुभ समय सन २०१६ के आस पास आयेगा .फिलहाल भी मंगलवार के व्रत करें व हनुमान जी पर चमेली का तेल अर्पण करें .शीघ्र ही शुभ फल होंगे . जमीन व जमीन से जुड़े किसी प्रकार के कार्य से धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं .
हटाएंsir, apne mere parsan ka utaer dia iske lia apka bhut bhut dhanyvad.meri ek gambhir samsya hai,muje 2004 se pet mey kabji ki bimari hai, rojana gater mey 5-6 ghante lagte hai, mere pet mey pareser nahi banta hai,har parkar ka tretment upchar aaurvedik,alopethik,homo pethik kar lia par koi fayda nahi hua,bimari vesi ki vesi hi banee hui hai,kisi tantrik se many pucha to usne bataya ki mere uper kisi ne momdan tantrik ke help lekar abhichar kara dia hai,or muje kabu mey karne lia mere sine ke uper ek yantra bana dia hai,is karn muje ye bimari hai, apki jankari mey in abhichar ke pryog se sine par yantr ke bure parbahv se bachne ka koi upay ho to karpya batane ka kast kare, kia mari lagn kundli mey ek asi bimari ke yog hai jo muje pichle 9 sal se bhogni pad rahi hai
हटाएंमैंरी बेटी की जन्म तारीख 27 - 11 - 1986 है तथा समय 13 बजकर 02 मिनट है व जन्म स्थान दिल्ली है।
जवाब देंहटाएंकृपया जानकारी देने का कष्ट करें की मेरी बेटी की नौकरी व शादी बहुत प्रयास करने के बावजूद किस कारण से नहीं लग/ हो पा रही है
आदित्य ह्रदय श्रोत का पाठ करें व ताम्बे का एक सिक्का गले में पहने .इस वर्ष की अंतिम तिमाही में नौकरी व अगले वर्ष के मध्य तक विवाह के योग बनेंगे .कन्या के पिता की पूर्व पत्नी अथवा भाई की यदि अकाल मृत्यु हुई है तो उसका उपचार करा लें .
हटाएंपंडित जी मैं आपका बहुत बहुत आभारी रहूँगा।
जवाब देंहटाएंpranam panditji
जवाब देंहटाएंmera naam krishna gopal shukla h,
DOB- 23-sep-1981
Time- 05:00am
Place- sitapur(UP)
main kai jyotishiyo se mila kisi ne bhi mere kaam k vishay me mujhe clearly nhi btaya. main kala k kshetra me bhavishya banana chahta hoon par Jeevika k sambhandh me kiya gya mera har prayas vifal hi jata h. is vajah se bahut nuksan bhi utha chuka hoon. plz mujhe btaye mera bhavishya kya h?? main safal ho paunga ya pahle ki tarah paisa ruk-2 kar nuksan karate huye hi aayega
२००९ से समय आपके विपरीत होना आरम्भ हो गया था .पिछली जनवरी से अधिक तीव्रता से आपको कष्ट का आभास देने लगा है .अगले वर्ष की बरसातों से राहत महसूस करेंगे .परोक्ष व अपरोक्ष रूप से शिक्षा से सम्बंधित कार्य फलित होगा . गोमेद धारण धारण करें .
हटाएंdhanyawad panditji, kripya mere vivah k vishay me btane ka kasht kare. kya vivah k baad isthitiya sudhregi
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जवाब देंहटाएंpandit ji jai shree krishna ,
जवाब देंहटाएंkripaya mujhe upay batane ki kripa karave . dhanyavad
guru dev namaskar
जवाब देंहटाएंguru dev meri kundli me grahan dosh h
rahu aur moon mesha rashi k hokar 11th house me h
jisske karan me bhut paressan hu
kripya iska upya bataye
guru dev namaskar
जवाब देंहटाएंname-pradeep
d.o.b-11/12-7-1985
time-3.40am
place-haldwani
guru dev mere pass koi rojgaar nahi h?
me abhi sarkari nukari k liye laga hu
kripya mujhe bataye ki mere liye apna kaam ya nukari thik h?
agar koi dosh h toh uska upay bi bataye
gurudev raah dikhaye
guru dev kripa kare mujh balak par
हटाएंसरकारी नौकरी हेतु संकेत बहुत आशाजनक प्रतीत नहीं हो रहे,फिर भी संकेतों पर आशा रखूं तो तीन प्राइवेट नौकरियों के पश्चात चतुर्थ के सरकारी होने के प्रमाण मिलते हैं ,आपको चाहिये की अभी प्रश्न करते समय नील व हरे का आभास देने वाले जिस प्रकार के वस्त्र आप धारण किये हुए हैं ,उन से परहेज करें.
हटाएंdhany baad guru dev
हटाएंNamaskar guruji, kuwait se apko saadar pranam.Bahut achi site hai apki, itni jaankari ekdum niswarth bhaav se. Prabhu apko jeevan me bahut tarakki de.
जवाब देंहटाएंMeenakshi
ह्रदय से आभार ..........प्रभु आपको सदा अपनी राह पाने का सामर्थ्य प्रदान करे .
हटाएंNamaskar guruji. Asha hai apne pehchaan liya hoga . Dehradun me poonam didi ke ghar par mulakat hui thi.
हटाएंWapas kuwait aane ke baad main apne, aur dono putron ki kundali mein chandra grahan yoga se bahut chintit hoon. apke kahe anusaar puja jald karwane ke chesta hai. par uske alawa koi aur upaay especially worried about sons.
Kripya chinta ka nidaan kijiy.
abhaar
Meenakshi
आशा है आप कुशल से होंगी ................माँ की उपयोग की हुई चांदी धारण करने से ,नानी द्वारा बनी खीर के सेवन से फौरी तौर पर आराम पाते इस समस्या में देखा गया है।
हटाएंNamaskar guruji
हटाएंHaardik abhaar.
meenakshi
Namaskar guruji
हटाएंHardik abhaar.Prabhu aap par apni aseem kripa banaye rakhe.
Meenakshi
Dear Pandit ji,,
जवाब देंहटाएंPlease tell me about my Govt. Job when will i get also give remidies to get govt job. i am very thankful to u.
name : Anurag Tiwari
dob : 16 Oct 1989
time : 11:59 Night
place : Sultanpur (U.P) India
सरकारी नौकरी हेतु कुंडली सशक्त योगों का निर्माण कर रही है .घर के दक्षिणी कमरे में रहना आरम्भ करो . मूंगा धारण करो व एक बार समुद्र के पानी में नहाओ .आठ माह के भीतर इच्छा प्रभु पूरी करेंगे .
हटाएंBahut bahut Dhanyvad Pandit ji...
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जवाब देंहटाएंप्रणाम गुरुदेव,
जवाब देंहटाएंगुरुदेव में जीवन के आयामों पर प्रायश्चित स्वरुप जीवन जी रहा हू… kalsharpyog ka sahi tarika se jap aur pujan bhi karwa chuka hu...na abhi tak shadi na koyi permanant incoming sourse hai....na hi ghar pariwar pita ka support mila mujai...also healt problem (ghutno/joint pain)....kripaya kuch batayia aur ratn/gems remidies ka bara me bhi batayia....
name-manish singh
dob-7 jan 1980
time-6.30 am aprox
place-chamoli,uttarakhand,79:30/30:44
जन्म नक्षत्र - पूर्वा फाल्गुनी1, लग्न – धनु(9) – sun ,mercury…….10-venush……11-rahu…..5- rahu,Jupiter,marsh,moon…..6-saturum
नक्षत्र based par surya(purwa ashda) aur sani(uttar falguni) dono opposit hai yadi ishi wazah se joint pain problem hai to pls upay bata kar madad kiziya,
your gratitude
सूर्य पर राहु का प्रभाव व गुरु का मंगल से युति करना इस समस्या के कारण के रूप में देखा जा सकता है .लोभिया ,छोले प्रोटीन आदि की अधिकता वाले आहार इसका कारण बने .पित व गैस की अधिकता आपके शरीर में है .असल में आपकी हड्डियों में लुब्रिकेंट कम हो गया है।इसका उपचार कराएँ ,अन्यथा भविष्य में रोग अधिक हो जाएगा . भाग्य भाव में चंडाल ,ग्रहण व अंगारक योग बनते हैं जो सम्मिलित रूप से पितृ दोष का सृजन कर रहे हैं .आपको कालसर्प के स्थान पर पितृ दोष की शान्ति करने से लाभ होता .नवमांश में भाग्येश का अपनी नीच राशि में होना व जन्मांग में शनि देव का प्रभाव कार्य भाव पर होना भी इस के रूप में देखे जा सकते हैं . कुंडली पूर्ण विवेचना की मांग करती है .मैं आपकी स्थिति का अंदाजा लगा सकता हूँ . किस्मत कदम कदम पर आपको ठग रही है .
हटाएंdhanaya guru ji,... apnaa amulaya samay dana ke liyai....lakeen apkai blog per aapka koye mail/number nahi mil pa raha hai....kuch samay bad mei apse contect karunga...guru je mera paas ek 6.15 ratti ka panna hai kafe lambaa samay se philhaal kya usee pahan lu ?
हटाएंगुरूजी अपना अमूल्य समय दने हतु धन्यवाद्, वस्तुतः जॊ चीज़ इंसान को फ्री मे मिलती उसकी वैल्यू नहीं समज पाता है... फिर भी .....नीसंन्दः आपके ब्लॉग पर सवाल जबाब क्रम को पड़कर कई ज्योतिष प्रमी अपना नॉलेज अपडेट करती होंगे ....संपर्क हतु आपका ब्लॉग पर मेल,मोबाईल नंबर देखना चाहा पर दीखा नहीं.....गुरुजी एक बार फिर से आपको परेसान कर रहा हू.....गुरूजी मारे पास एक ६.१५ रत्ती का पन्ना पड़ा हुवा है क्या उसको पहन लू....और राहूचन्द्र ग्रहण हतु एक लाकेट जिसपर उप्पेर से मोत्ती और नीचे से अर्ध चंद्राकरनुमा चांदी प्लेट है किन्तु समज नहीं आ रहा है kee उस प्लेट पर राहू यन्त्र (जोड़ ३६ वाला) बनावू या फिर चन्द्र यन्त्र ( १८) वानावू.......ताकी मानस मे मची हलचल से कुछ निजात पाया जा सके ..कृपया इतनी कृपा और करे
हटाएंguru dev namaskar
जवाब देंहटाएंname-pradeep
d.o.b-11/12-7-1985
time-3.40am
place-haldwani
guru dev mere pass koi rojgaar nahi h?
me abhi sarkari nukari k liye laga hu
kripya mujhe bataye ki mere liye apna kaam ya nukari thik h?
agar koi dosh h toh uska upay bi bataye
gurudev raah dikhaye
शुरूआती असफलताओं के पश्चात आप एक नहीं अपितु दो सरकारी पदों का भोग करेंगे .
हटाएंगुरूजी नमस्कार. कन्या लग्न में शनि बस चतुर्थ भाब में केंद्र में है और कोई नहीं. चंद्र से सभी केंद्र खाली हैं, क्या दरिद्र योग है? क्यिप्या कोई उपाय सुझाएँ. आपका बहुत धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंसंतान प्राप्ति के बाद सुख में वृद्धि का संकेत है .
हटाएंधन्यवाद ललित जी.
हटाएंप्रणाम गुरूजी ,
जवाब देंहटाएंमै पिछले १८ महीनो से नौकरी में परेशानी उठा रहा हु पहले तो वेतन मिलना बंद हुवा फिर मैंने दूसरी नौकरी १० दिसम्बर २०१२ को बदली की वह ३ महीने तक सही चला लेकिन उसके बाद मेरा कॉन्ट्रैक्ट उन लोगो ने बढाया नहीं और में १२ मार्च २०१३ से नौकरी तलाश कर रहा हु पर मुझे नौकरी नहीं मिल रही है। इस कारन मेरा शादी शुदा ज़िन्दगी और पारिवारिक जीवन कधीं हो गया पत्नी अन्य स्थान पर है हम दोनों साथ नहीं रह प् रहे है ।
कृपया मेरी मदत करे मै बहुत परेशां हो चूका हु मेरी नौकरी कब और किस स्थान पर लगेगी ?
आपका कोटि कोटि आभार ।
Details :
DOB:23/05/78
Time:03:55:40
Place:Burhanpur , madhya pradesh
पिताजी की भी मृत्यु हो गई उम्र थी 45 वर्ष।
जवाब देंहटाएंघर मे बड़ा लड़का हु। नौकरी भी नहीं लग रही है
आर्थिक तंगी चल रही है दो भाई मुझसे छोटे कृपया बताइए भविष्य मेरा कैसा है बहुत परेशान हु।
Details :
DOB:23/03/1987
Time:पता नहीं(कोई कहता है 7PM, कोई कहता है 8PM)
Place:जौनपुर , उत्तरप्रदेश।
panditji aapne mere baare me kuch nahi bataya mai aapke uttar ka pratiksha kar raha hu kripya bataie mere life me kabhi koi ek bhi acha yog bana hai ya fir bheek maangkar hi jindagi bitegi ghar me bahut aarthik tangi chal rahi 2 chote bhai hai ......aasha ha aapse sahi aur aaine ki tarah saaf uttar milegaaa............kal fir aapka blog chk karungaaa....jai ram ji kiii
जवाब देंहटाएंआप अपना जन्म समय सही नहीं बता रहे हैं व इस समयकाल में लग्न बदल रहा है.फिर भी दोनों कुंडलियों के आधार पर कहा जा सकता है की फिरोजा धारण करें.
हटाएंpanditji pranaam hamare gharwalo ko janm samay nahi pata .....islie hum nahi bata paa rahe haii bas itna pata hai suryast ho chuka tha gaav me paida hue thee....... naukri kab lagegiii pata nahi kab ghar ki stithi achi hogi ..........hume jo pata tha voh hamne bata diaa (tula lagna ) dhanu rashi hai purvashaad nakshatra 3 charan hai.... aisa ghar me batate hai
जवाब देंहटाएंnaukri kab milegii jeevan vyapan kaisa hoga bata dijie shaadi toh sapne ki baat ho gai hai bas naukri mil jae achi se jise ghar parivaar ka khyaal rakh saku ghar me koi kamane wala nahi hai......
..
bahut bahut shukria aapke pratyutar kaa
jai ram ji
PANDIT JI NAMASKAR, MAIN : A K SHARMA, DATE OF BIRTH 07-OCTOBER-1977, TIME IS 08:35 AM , PLACE GURGAON - HARYANA.
जवाब देंहटाएंPANDIT JI, EDUCATION TO BAHUT HAI, LEKIN JOB LAGTI HAI, LEKIN BINA MATLAB NAHI RAHTI. BAAR BAAR NAUKRI DISCONTINUE HO JATI HAI,
MERA GHAR GURGAON MAIN KAB TAK BANEGA, ABHI TO TENANT HOON.
MERI SHADI KO 8-9 SAAL HO GAYE LEKIN KOI BHI SANTAAN NAHIN HAI,
I NEED AT LEAST TWO SONs
MERI WIFE KI BHI SARKARI NAUKRI NAHIN LAGTI, PLEASE ANALYZE HER KUNDLI, NAME: ARCHANA, DOB: 22-12-1979, TIME 05:50 AM, PLACE BHIWANI-HARYANA. PLEASE TELL ME FOR HER GOVT. JOB IN SCHOOL & WHOM WE CAN GET BABY.
WAITING FOR YOUR KIND CONSIDERATION ;
A K SHARMA
(aks.astrologer@gmail.com)
15-oct-2013
Pre thanks sir.
जवाब देंहटाएंpandit ji
जवाब देंहटाएंnamskar
name shikha
Dob 6/6/1988
time 6:15 pm
place of birth kanpur (up)
karpa krke ye bataye mere sharirik pareshaniya lagi rehti hai chot,,daant. ankh se sambandhit...aur pandit ji mujhe mrei graho ke anukul ratn bataye..
मूंगा व मोती एक साथ चांदी में लाकेट बनाकर धारण करें.किसी भी हालत में सूर्योदय से पहले जागें.
जवाब देंहटाएंअनार का सेवन करें.सब कुशल होगा.शुभ कामनाएँ
name yogesh kumar sharma date of birth 13/07/1973 time 03:15am place agra (u.p.) mere kundli ke bare mai bataiye koon sa business kare mera makan kab banega mere per karz bana rahata mera transport ka business hai bitumen tanker chalte hai per 2007 se case chal raha hai kab samapt hoga money problem kab kam hogi please kudli ka vistaran kare
जवाब देंहटाएंNamaste Pandit ji
जवाब देंहटाएंCharan Sparsh!!!
Mera DOB: 24/april/1977. TIME: 11:10am. PLACE: New Delhi. Kya meri kundli mein Pitr Dosh hai? Poorva janmon ke kin paapon ki vajah se mein kasht bhog rahi hoon? Kripaya marg darshan kijiye. Pranam.
दिव्या जी ,प्रश्न स्पष्ट नहीं है आपका.फिर भी बता देना चाहूँगा कि कर्क लग्न में जन्म लिया है आपने ,तो वनवास तो भोगना ही है.दशम में सूर्य उच्च के होकर भी राहू -केतु से प्रभावित हैं,साथ ही राहु के आद्रा नक्षत्र में चंद्रमा द्वादस्थ हो गए हैं.घोर मानसिक व शारीरिक कष्ट का समय सन 2005 से ही आरम्भ हो गया है,किन्तु अपने इस वनवास को आप लगभग पूर्ण कर रही है.2017 के आस पास हालात आपके नियंत्रण में होंगे.तब तक नियमित रामायण का पाठ करें व सोमवार के व्रत करें.संभव हो तो एक बार रामेश्वरम के दर्शन कर आयें.दक्षिण की यात्राएँ ही आपके जीवन को नयी दिशा देंगी.
हटाएंगुरूजी सादर प्रणाम, मेरा निवेदन हे की मेरा जीवन काफी उतार चड़ाव भरा रहा हे इसमें स्थिरता लाने के कुछ उपाय मिल जाये तो बढ़ी मेहरबानी होगी।
जवाब देंहटाएंनाम:- देवानंद गहलोत
7 अगस्त 1993
5:40 Am
Nagaur, Rajasthan,India
मेरी कुंडली में कौन कौन से गृह कमजोर हे या अशुभ हे कृपया उनका उपाय भी बताये।
सधन्यवाद।।
देव जी अभी से कहाँ जीवन के उतार चढ़ाव देख लिए ,वो तो अभी देखने बाकी हैं। कर्क लग्न पाये हो भैय्या। अभी तो घर से दूर वनवास भी जाना है ,पिता से दूरी भी देखनी है। अभी तो दक्षिण कि यात्राएं करनी हैं। शिव कि शरण में जाओ। वो ही नैय्या पार करेंगे। आज से दस साल बाद समाज जलवा देखेगा तुम्हारा।
हटाएंname kapil kaushik
जवाब देंहटाएंdate of birth 9 april 1981
time 11.58 pm
place Gurgaon ( haryana )
email Id kapilk433@gmail.com
Guru ji marg darshan kara
कपिल जी प्रश्न स्पष्ट नहीं है आपका ,किन्तु बुध में राहु का अंतर चल रहा है। दाम्पत्य जीवन से सम्बन्धी समस्याएं मानसिक चिंता देंगी साथ ही अपना .शरीर भी दुःख देगा। स्थान परिवर्तन का योग चल रहा है। साथ ही किसी भी मुकदमेबाजी से बच कर रहने का संकेत कर रहा .योग्य ब्रह्मणो कि देखरेख में महामृत्युंजय का जाप कराएं (केरलीय पद्धति से ).लाभ होगा। जनवरी २०१५से हालात नियंत्रण में होंगे। इस वर्ष की अंतिम तिमाही अधिक कष्ट देगी।योग्य ब्रह्मणो कि उपलब्धता न हो पाये तो हमारे संस्थान कि सेवा ले सकते हैं। पराशर एस्ट्रो कंसल्टेंसी ,देहरादून 09639456457
हटाएंगुरूजी प्रणाम,
जवाब देंहटाएंMeri DOB: 09/March/1975. TIME: 08:10 pm. PLACE: Kanpur U. P.
Guru ji main Naukari ke liye pareshaan hoon. sarkari naukari ka koi yoga hai ya nahi? agar nahi hai toh koi upaay bataani ki kripa karain.
Pandit ji pranam , mera beta saurabh ka D.O.B- 13/8/1999 time: 4.43am Ranchi bihar me hai kripya bataye ki iska man padai me kyun nahi lagata hai. manoj sinha
जवाब देंहटाएंPranam Sir,
जवाब देंहटाएंRashi Name : Ghanshyam
Date of Birth : 18 January, 1981
Time : 23:10 pm. night
Place : Morarkheda, Pilibhit
Sir meri shadi ko 7 saal ho gaye hain abhi tak bachhe nahi hue hain, wife ka ilaaj kafi samay se ho raha hai kuch khaas result samne nahi aa raha hai
bahut pareshan hun koi upay batayen
Bahut Bahut dhanyawad
Mob.: 9889316669
घनश्याम जी ,संतान सम्बन्धी एक श्लोक ग्रंथों में ऋषियों द्वारा कहा गया है ,"सुत क्षेत्रे गते राहु कुजेन च निरीक्षते ,कुज क्षेत्रे गते व्वापि सर्प क्ष्राप्त सुत भय " पूर्व में पीपल के वृक्ष का अनादर होने से ये समस्या होती देखी जाती है . योग्य ब्राह्मण द्वारा संतान गोपाल पाठ कराएं। अभी चार माह बाद एक योग बन रहा है ,अतः पाठ पहले ही करा लें। फिरोजा रत्न धारण करें। अगर तब भी लाभ नहीं मिलता तो सम्भवतः आपको मकर के मंगल पर ही सहायता के लिए निर्भर रहना होगा। अतः जैसे हनुमान को मकरध्वज नामक संतान थी ,आपको भी संतान हेतु वही उपचार कारगर रहेगा। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेब साईट www.astrologerindehradun.com अथवा हमारे संस्थान में कॉल कर जानकारी हासिल सशुल्क हमारी सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं।
हटाएंthaks
जवाब देंहटाएंsir bahut paresan hun kuch bataiye saurabh
जवाब देंहटाएंd.o.b=02-08-1986
time-2:45 pm
kanpur uttar pradesh
pandit ji namaskar
जवाब देंहटाएंnaam upesh patel
dob- 16/7/1980
9.30 pm
chandrapur maharshtra
question: mujhe naukari nahi lag rahi, lagn kundali me rahu -surya yuti hain.
panditji pranam, meri jindgi dukho ke saath kat rahi hai, unmarried unemployed hun,CA-inter kia hai , lekin mansik isthiti naukari ke layak nahi rahti hai, makhne kakhandani business hai usme kaphi ruchi rakhata hun par wo bhi haath se nikal chuka hai. meri kundali me kaalsarp dosh ke saath-saath pitri dosh bhi hai kripaya upchaar batayen. dob:6-dec-1980 4:28am madhubani bihar
जवाब देंहटाएंlalitji maine 7 ratti ka zambian panna, moti , 7 ratti munga , amethyst aur ghode ki naal bhi pahan rakha hai.
जवाब देंहटाएंPandit ji Namaskar
जवाब देंहटाएंName : Ravi Mishra
Dob: -09/01/1983
Time : 10.25 pm
Dob Place : Areraj,Motihari (Bihar)
Mera Questions : Mejhe bahut hi ghabraht hoti hai aur apne ko kosta rahta hoon. Upay bataye aur shubh ratna ki bhi jankari de????????????????????????
16/4/71 7/10 pm jind haryana
जवाब देंहटाएंPl sugest me some remidy for happy married life. Pl
akkeylov@yahoo.com
बोन्साई बरगद घर में किसी गमले में लगाइये व उस कि सेवा कीजिये। छह माह में ही सुन्दर परिणाम प्राप्त होंगे।
हटाएंAapki badi kripa hogi ji.
जवाब देंहटाएंgurujee namaskar
जवाब देंहटाएंaapko hili ki hardhek shubkamnaye
7/feb/1978
23:25pm
new delhi
maine apna business shuru kiya hai pechle july seiy , meiy ek agent hu aur metal seiy related kaam karta hu seller aur buyer ko deal karvata hu iron , scraps, aluminium , copper sey related . lekin mera koi kaam ban nahi raha hai last moments meiy jaake meri deals break hoo rahi hai , last yr nov seiy pehle ek deal hui thi lekin mujhe paise nahi milaa seller paise diya hi nahi .
my qeus - time ke hisab seiy pls baatye kab tak meri deals honi shuru hoojayengii meiy kafi pareshan hu meri company bhi registered hai ,
kirpaya madaat kare ..
namaaskar
नितेश जी ,आपको मायूस करना मेरा मकसद नहीं है ,किन्तु बता देना आवश्यक है ताकि बुरे दौर में हिम्मत से उस दरिया को लांघ सकें। तुला लग्न में गुरु में मंगल का अंतर वैसे ही शुभ नहीं होता ऊपर से आपकी कुंडली में दशम काम धंधे के भाव में मंगल नीच चल रहा है। अभी राहु का अंतर हालात को अधिक जटिल करेगा। २०१७ के अंत तक समय आपकी परीक्षा लेगा ,यदि यहाँ पास हो गए तब शनि कि महादशा में आपका समाज आपका रुतबा देखेगा। असली मोती(साउथ सी ) पूर्ण प्राण प्रतिस्ठा के साथ धारण करें। यह आर्थिक स्थिति में मदद करेगा। कहीं नहीं उपलब्ध होने से आप हमारे संस्थान से संपर्क करें ,यहाँ से बना कर भेजा जाएगा। आप 09639456457 पर संपर्क कर सकते हैं। गायत्री मन्त्र नियमो का
हटाएंनियमित जाप करें। दिखावे के लिए बेकार के प्रदर्शन से बचें। योग्य ब्रह्मणो की देख रेख में संकट मोचक जाप कराएं।
Gurujee jawab dene ke liye shukriya
जवाब देंहटाएंiska kya yeeh matlab hua ki 2017 tak meri kamai ka koi jariya ban hi nahi payega ,
meiy aisa hi deals pe kaam karta rahunga aur end moment fail hoota rahungaa?
roz deals pey kaam karta hu aur end pe jab final hoone ka samay ata hai sab fail hojata hai . aisa tho nahi hooga ki 2017 tak meiy kuch bhi kama hi nahi paungaa ,
kirpyaa madaat karee
MAHINDRA PRATAP SINGH
जवाब देंहटाएंDATE OF BIRTH= 08-11-1988
TIME OF BIRTH= 11:30AM
PLACE OF BIRTH= KOTDWARA ( UTRAKHAND)
Guru je apko mera pranam aur charan sparsh.
Guru je mera bs ek hi prashan hsi ki mai sarkari naukari k liye prayas kr rha hu
Mijhe Sarkari naukari kb tk mil payegi aarthath ki meri kundali meh sarkari nauki
Ka yog hai ki nhe agar hai toh kb tk hai aur us k
Iye mai kya upay kru.kb tk yog bn rha hai . Guru je kya mujhe kisi k sehyog seh
Sarkari naukari mil sakti hai ya nhe ya us k liye kya krna hoga.
Dhanyvadh
Apki bhuat bhuat mahan kripa hogi...
Mahindra Pratap Singh
जवाब देंहटाएंDate of Birth= 08-11-1988
Time of Birth= 11:30AM
PLACE= Kotdwara
Guru je apko pranam aur charan sparsh. Guru je mera bas apse ek prashan tha ki meri
Sarkari naukari kb tk lag jayegi aartath meri kundali meh sarkari naukri ka yog hai ki nhe
Aur agar hai toh kb tk lag jayegi uske liye mujhe kya upay krne hongeh kripya bta deh
Ki kb tk lgne ka yog hai yeh bhe upay k sath bta dijiyeh. Mai bs yhe puchana chatha hu
Ki kya kisi ki sahayta k jariye lag sakti hai ya nhe
Dhanyvadh
Apki mahan kripa hogi
धनु लग्न में तुला राशि व स्वाति नक्षत्र में आपका चयन हुआ है ,शाश्त्रों में इस नक्षत्र के लिए जो श्लोक मिलता है वो इस प्रकार है.
हटाएं"धारा नैव पन्तति चातक: मुखे मघश्य कि दूषणं ,यत्नपूर्व विधिना ललाट लिखितं तन्मार्जित किं क्षमम "अर्थात नदी के किनारे खड़ा होकर भी प्यास से तरसता हुआ आकाश की ओर मुंह कर खड़ा स्वाति नक्षत्र में बरसते पानी का इंतजार करता है.यही इस नक्षत्र की विडम्बना है मित्र.सब कुछ होकर भी कुछ नहीं.राज्य स्तर पर सरकारी अथवा अर्ध सरकारी नौकरी में तुम्हारा चयन उतना ही तय है जितना सूर्य का पूरब में उदय होना.माणिक रत्न ताम्बे में अच्छा वाला पूर्ण विधि विधान से धारण करो. प्रातः शहद की बूँद मिला पानी ताम्बे के लोटे से सूर्य देव को अर्घ्य दो. समय अनुकूल है ,मई 2016 से पहले ही कहीं चयन हो जाएगा.शुभकामनाएं....
guru ji namaskar
जवाब देंहटाएंmera naam ajay kakkar
d.o.b-6 april 1983
time-3.28 am
place-newdelhi
guru ji me abhi dishahin hu mujhe jana kaha h mujhe samjh nahi aa raha koi kam nahi banata .......accident hote rehte hai ...kirpa karke upaye bataye
दशम भाव में उच्च का शनि देकर फिर उसे वक्री कर दिया यानी विधाता ने सुन्दर कहानी लिखते लिखते अंत में स्वयं ही उस पन्ने स्याही गिरा दी। द्वादस्थ चन्द्र का केतु से युति करना (अब यहाँ पर टिप्पणी करना संभवतः आपका दिल दुखा दे )खर्चों को सीमा से बाहर कर गया। इसे रोका जा सकता था। खैर। … वक्री शनि का उच्च होना इसके लिय शाश्त्रों में कहा गया है की तब तक लाभ नहीं देता जब तक अपने अधिनस्थ किसी को न रखा जाय ,अर्थात ये काम करने वाला न होकर काम करवाने वाला होता है.वर्तमान में वर्ष के अंत तक आपका स्थान व काम दोनों में परिवर्तन का समय है। वकालत , यातायात ,ठेकेदारी ,लोहे के सामान ,कृषि सम्बन्धी व डेरी सम्बन्धी कोई भी काम आपके लिए शुभ होगा। दूर की कौड़ी के रूप में भविष्य में मैं आपको राजनीति से भी जुड़ता हुआ देख रहा हूँ। मंगल शनि का समसप्तक होना बार बार दुर्घटनाओं का कारक बनता है। लाल रंग से परहेज करें व मीठा मंगलवार के दिन दान करें। एक मूंगा साफ़ पानी में मंगलवार को बहा दे.भविष्य में मूत्र स्थान सम्बन्धी किसी समस्या से दो चार होना पड़ सकता है।
हटाएंPanditji.. My son was born on 04th Dec 2009 at 20:49 in Delhi. We have shown his patri to few, some say he has Pitra Dosh in Kundali and some say it is not there. Request for your kind advice whether there is any Pitra Dosh affecting him and what all we can do cure it...Your kind advice will help building my son's life...Thanking you in anticipation..
जवाब देंहटाएंबालक कि कुंडली पितृ दोष से मुक्त है ,हाँ ग्रहों कि स्थिति भविष्य में सिर व भावनाओं से सम्बंधित कोई समस्या उत्पन्न करने में सक्षम है। राहु का बुध को प्रभावित कर केतु से युति कर रहे चंद्रमा को प्रताड़ित करना व्यवहार की अनियमितता सम्बन्धी कोई रोग देने में भविष्य में समीकरण बना सकता है। बच्चे कि बुआ व माँ से सम्बन्धी जानकारी दें।
जवाब देंहटाएंThank You Panditji... My son is always keeps ill from the time he is born..he is 4 years of age but cannot stop at one place for even 10 seconds..we always have to keep watch on him as he keeps hurting himself... As requested my wife (mother) details are - born on 16th April 1979 at 05:55 am in Delhi. My sister was born in etawah (UP) on 02nd May 1971 at 17:53. ...kindly advice on steps to safeguard my son's future...
हटाएंयोग्य ब्राह्मणो द्वारा केरलीय विधि से राहु की शान्ति करा कर रुद्री करवाएं। कहते हुए कष्ट होता है किन्तु आपके पुत्र की भावनाएं उसके नियंत्रण में नहीं हैं.भविष्य में बालक को किसी मनोचिकित्सक को दिखाना पड़ सकता है।
हटाएंguru ji namaskar, meri kanya ki DOB 13 nov 1998,place delhi,time 5.55am he. guru ji, eski kundli me ekadash bhav me chandr rahu mangal ki yuti he. mangal ka shadbal 27 degree he, guru ji, kya yaha chandra grahan yog maana jayega, yadi han to kripya iske upaye batayein, saath hi yeh bhi batayein kya pratham or saptam bhaav aapas mei sam saptak hokar neech bhang raj yog ka nirmaan karte hain ya nahi, yadi han to kya lagan ka surya or saptam ka shani neech hote hue bhi shubh fal pradaan karega.
जवाब देंहटाएंguruji aapse aagrah hai ki kripya mere is samasya ka samadhaan avashya batayein
apki atyant kripa hogi, dhanyawaad
यहाँ लग्न को प्रभावित माना जाय। वक्री गुरु इसमें अधिक पेचीदगी उत्पन्न करता है। लग्न पर गुरु की भी दृष्टि शुभ नहीं मानी जा सकती। यहाँ नीचभंग भला कैसे सभव है। सूर्य शनि दोनों ही तो नीच हैं। आप अपनी जीवनसंगिनी के बारे में जानकारी दीजिये। अभी कुछ कहना जल्दबाजी है किन्तु भविष्य में कन्या सिर ,सोच आदि से सम्बंधित किसी समस्या से दो चार हो सकती है। यहाँ स्नायु तंत्र प्रभावित हो रहा है।
हटाएंguru ji, namaskar, guru ji, jawab dene ke liye bahut bahut danyavad.meri es kanya ki kundli me jivansathi,santan,health ke vishye mein greho ki sthiti shayad theek nahi he.guru vakri he santan bhav mein virajman he, surya neech he, shani vivah sthan me neech hokar virajman he.shayad chandr grehan yog bhi he.guru ji aapne jivensangini ke bare me jankari mangi thi,jo es perkar he.dob 7 january 1969,time 9 pm,place jind (haryana) he.guru ji, kripya aap mujhe bataye ki mujhe kya upai karne chayiye jisse meri putri ke jivan ki kathinayian kuch kam ho
जवाब देंहटाएंpandit ji, jai shree krishna,gurji meri detail yah he:-
जवाब देंहटाएंname: rajesh
dob:04-04-1971
time:9:00am
place:udaipur(rajasthan)
guruji kafi samay se me taklif me hu mera vyapar nahi chal pa raha he aur karz utrane ki bajaye badhta ja raha he,kripa kar meri kundali se bataye ki kya upay karu ki vyapar sahi chale aur karz se mukti mil jaye ,abhi chahe aapka shulk dene me saksham nahi hu par jab bhi hua aapka shulk avashya chuka duga ,kripaya meri pareshani ko choti na samje .dhanyavad
वृष लग्न में दशमेश शनि के द्वादस्थ हो जाने का यह परिणाम सामने है.शुक्र का दशम में बैठना शुभ संकेत के रूप में देखा जा सकता है.यहाँ चंद्रमा भी केतु से प्रभावित हो रहा है अतः मानसिक शान्ति भंग होती है.उपाय सुनिए...नीली रत्न व ओपल एक साथ चांदी में लाकेट के रूप में धारण करें.सोमवार के 21 व्रत करें,अक्टूबर से आप हालात में राहत महसूस करेंगे.मुझे नहीं पता कैसे होगा किन्तु इसके अगले एक वर्ष तक आपके दूर की यात्राओं के योग बन रहे हैं,दूर से व्यापार ,नौकरी के योग बन रहे हैं.लाल आसन में बैठकर नित्य ॐ गोवल्लाय न: मन्त्र का 108 बार जाप करें.वर्ष के अंत से ही हालात में सुधार के संकेत हैं.
हटाएंguruji ,jai shree krishna ,aapne samay diya uska bahut bahut dhnyavad, aapke dwara bataye upay me me somvar v mangalvar ka vrat kafi samay se kar raha hu.kripa kar bataye ki aapke dwara bataye gaye mantra ko kab se shuru karu ,subah ya sham kab karu tatha rudraksh mala se jap kar sakta hu ya nahi ,avam jap karte samay konse dev ka smaran karu ,ek bar mantra punh spasht karne ki kripa kare jisse ucchran me galti nahi hove.nili aur opel ke loket ko kab dharan karu kripaya batane ka kasht kare.aapka bahut dhayavad. rajesh
हटाएंguruji namaskar 2:20 08 may 2014
हटाएंkarpya bataye ki meri beti ka bhavisy keisa rahega uski padai va nature
tvisha
11:00
10-02-2007
mathura
guruji ko namaskar08 may 2014 2:8 pm
जवाब देंहटाएंmeri detail yeh hai
triveni agrawal
29-08-1979
2:20 PM
kosi kala(mathura)
karpya mujhe bataye kuch upaye
mujhe bahut jaldi tenson hoti hai
or gussa bahut aata hai mai job bhi karna chahti hun par himmat ni kar pa rahi or gussa keise kam ho kuch upaye bataye dhanybad guruji
लग्न पर मंगल व राहु की दृष्टि का यह परिणाम है। सूर्य का राहु से प्रताड़ित होना व लग्नेश का कमजोर होना आत्मविश्वास में कमी का कारण माने जा सकते हैं। माणिक व पुखराज धारण करें। सोते समय सर दक्षिण दिशा की ओर रखें व सिरहाने के पास स्टील के लोटे में भरकर पानी रखें ,जिसे प्रातः किसी पौधे पर चढ़ा दें। धीरे धीरे समस्या नियंत्रण में होगी .पिता के किसी भाई की अल्पमृत्यु का पितृ दोष आप भुगत रही हैं।
जवाब देंहटाएंPandit jee saadar pranaam!
जवाब देंहटाएंmera naam Amit hai,main meri birth detail de raha hoon.
name: Amit
DOB: 13-09-1983
birth: Ahraura(Uttar pradesh)
time: 07:35 PM (evening)
pandit jee dishahin ho chukka hoon,karz mein dooba hua hoon.education mein bahut problem aayi ab naukari nahi hai.
kuch maargdarshan karein.
aapka aabhaari rahungaa.
pandit ji mera janam 17/12/1977 hai aur samay 11.37am bdaun u.p. hai kya aap mujhe mere business ke ware me bata sakte hain my id is d425@rediffmail.com
जवाब देंहटाएंनमस्कार पंडित जी,
जवाब देंहटाएंआप का लेख मुझे बहुत अच्छा लगा। वैसे मैं ज्योतिष में विश्वास नहीं करता हूँ, लेकिन कुछ सालों से मुझे ऐसा लग रहा है कि हमारे हाथ में कुछ नही है,सब कुछ ग्रह-नक्षत्र के हिसाब से ही होता है।इसलिए में अपने ग्रह-नक्षत्रों के प्रभाव के बारे में जानना चाहता हूँ। आप से विनती है कि मेरी कुडंली देख कर मेरे जीवन के बारे में कुछ बताए। विशेष रूप से नौकरी-आय-कार्यक्षेत्र के बारे।
जन्म तारीक------ 4-7-1980,
जन्म समय------7.45pm,
जन्म स्थान------अहमदाबाद(गुजरात)
Thanks for your blog, it is really a great effort made by you, I really appreciate your effort in this manner.
जवाब देंहटाएंRefer my below birth profie. I have just one question, and I believe to get your reply perfectly and completely.
How I get stable in my career. It was around seven times I reached at peak in job, But due to uncomplicated caused I could not continue even the job.
Please give an easy but effective remedy.
A lot of people advised, but they are not effective and now I am starting to lose my trust in astrology.
I hope your remedy will helpful to me.
DOB: 22/4/1966
TOB: 10.15 AM
POB: BAGESHWAR (UTTRAKHAND)
LALIT MOHAN
मिथुन लग्न में शनि अष्टमेश व भाग्येश होकर विरोधाभाषी समीकरण उत्पन्न करता है। दशम में इसकी उपस्थिति कभी बुलंदी पर तो कभी नीचे भी लाती है ,किन्तु समस्या आसानी से नियंत्रण में आती है अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाय। सर्वप्रथम पितृ दोष की शान्ति करा लीजिये ,आपके पिता से सम्बंधित कोई (भाई -बहन अथवा स्त्री )अल्पायु गया है। किसी योग्य ब्राह्मणो द्वारा इसे अंजाम दें क्योंकि ये अधिक खर्चे वाला काम है ,अतः आगे आने वाली पीढ़ी के शुभ हेतु भी लाभदायक होगा। इसे केरलीय पद्धति से करें तो बेहतर होगा। साथ ही अपने आस पास नजर रखिये विशेषकर 'द' नामाक्षर वाले मित्र व रिश्तेदारों से। ये ही आपके पीछे आपके अनहित के कुचक्र रचते हैं। कार्य स्थल पर भी ऐसे सचेत रहें। ऐसे मित्रों का त्याग कीजिये। कुछ न कह कर मानस की एक चौपाई की ओर आपका ध्यान दिलाता हूँ ,
हटाएं"आगे कहें मृदु वचन बनाई ,पाछे अनहित मनु कटुलाई
जाके चित ऐसी गति समाई ,अस कुमित्र परिहेरि भलाई।
guru ji pranam mera naam vikram hai , meri d.o.b 3-8-1981 ,time 5:30pm hai . guru ji jab se mera janam hua hai tab se dukh hi dekh raha hoo. mer job lagti hai phir choot jati hai. jiske karan me mansik roop se atanth vyatith hoo .krapya kar kuch mera marg darshan kare ,
जवाब देंहटाएंdanyawaad
विक्रम जी ,देखिये की रैंडम प्रक्रिया से आपके प्रश्न का चयन हुआ तो यहाँ आपका जन्मस्थान ही नहीं है.अब कंप्यूटर बार बार आपके प्रश्न का चयन करे, यह संभव नहीं.आप अब अपने प्रश्न को शुल्क जमा कर हमारी वेब साईट WWW.astrologerindehradun.com के जरिये भेजिए तभी इसे लेना संभव है.
जवाब देंहटाएंpandit jee pranam
जवाब देंहटाएंmera naam seema hai
my detaiks are-
d.o.b 11/8/1987
time 08:08am
place- munger(bihar) hai
pandit jee mere jiwan me har taraf se mujhe rukawate hi mili hai aaj tak.meri padhayi tak puri nhi ho payi.sabkuch theek hote huye bhi mera kiya hua sara kaam barbad ho jata hai.pandit jee mera margdarshan kijiye pls mai bahut pareshan hu.parrents bhi nahi samjhte hai mujhe,har taraf se mujhe dhutkar hi milti hai.meri jindami me khushi likhi hai ke nhi pandit jee nd mera vivah kab hoga.kya vivah ke baad meri jindagi badlegi ya jindagi bhar mera dukh me hi bitega. pls pandit jee meri madat kijiye..
कुंडली दो विवाह के समीकरण तय कर रही है ,अतः बेहतर ही हुआ जो विवाह अभी तक तय नहीं हुआ। आपका विवाह जून २०१५ से जून २०१६ के मध्य संभव है। हालात इतने भी बुरे नहीं जितने आप समझती हैं.क्या करें छठे चन्द्रमाँ का यही प्रभाव होता है। जातक बहुत अधिक संवेदनशील हो जाता है। ध्यान लगाने का प्रयास कीजिये ,स्वयं को व्यस्त रखिये ,व रात को सोते समय सिरहाने पर स्टील के बर्तन में भरकर पानी रखकर प्रातः किसी पौधे पर चढ़ा दें।
हटाएंPandit jee saadar pranaam!
जवाब देंहटाएंmera naam Amit hai,main meri birth detail de raha hoon.
name: Amit
DOB: 13-09-1983
birth place: Ahraura(Uttar pradesh)
time: 07:35 PM (evening)
pandit jee dishahin ho chukka hoon,karz mein dooba hua hoon.education mein bahut problem aayi ab naukari nahi hai. life mein kuch kar paungaa ya nahi,kuch batayein.
kuch maargdarshan karein.
aapka aabhaari rahungaa.
नमस्कार पंडित जी,
जवाब देंहटाएंमै पिछले 10 साल से सरकारी नौकरी के लिए प्रयत्न कर रहा हूँ लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली। क्या मेरी कुडंली में सरकारी नौकरी का योग है ?
ओर अगर हो तो किस विभाग में नौकरी मिल सकती है ?
जन्म तारीक------ 4-7-1980,
जन्म समय------7.45pm,
जन्म स्थान------अहमदाबाद(गुजरात)
कुंडली पितृ दोष से पीड़ित है। साथ ही स्वयं के ज्ञान पर आवश्यकता के अधिक विश्वास गुरु को फलित नहीं अपने attitude में बदलाव लाइए। माणिक धारण कीजिये ,आयु के ३२ वें वर्ष में आप बैंक -टॅक्ससेशन आदि हेतु चयनित हो जाएंगे। विवाह पश्चात भाग्योदय तय है। मेकेनिकल -इलेक्ट्रिकल आदि क्षेत्रों में नौकरी करने के पश्चात आपका चयन सरकारी नौकरी में संभव है।
हटाएंप्रणाम गुरूजी.....
हटाएंआपने, मेरे प्रश्न का उत्तर दिया, उसके लिए मैं आपका आभारी हूँ। आपके उपर लिखे तथ्यों से मैं शत-प्रतिशत सहमत हूं।
एक आखिरी प्रश्न -- इस वर्ष 4 जुलाई से मेरी कुण्डली में शुक्र की महादशा आरंभ हो रही है। शुक्र की महादशा का फल कैसा रहेगा ? कितने प्रतिशत शुभ-अशुभ रहेगा ?
सधन्यवाद ।
Guru ji pranam
जवाब देंहटाएंmera naam Sunil hai , meri
DOB 19-11-1977 ,
time 4:45am
Place:- Bhind (M.P.)
Respected Guru ji jab se mera janam hua hai tab se dukh hi dekh raha hoo. mer job lagti hai phir choot jati hai. jiske karan me mansik roop se atanth vyatith hoo .krapya kar kuch mera marg darshan kare ,
Dear Pt. Lalit Mohan Kagdiyal,
जवाब देंहटाएंwould you please suggest the way to accomplish Pitra Dosh Nivaran Puja,
We want to know
(a) puja padhti involves for Pitra Dosh Nivaran.
(b) Place of puja, except the Place ---Gaya, Haridwar, Badrinath, Trimbakeshwar.
(c) Any particular time Except Pitra pakh
(d) Approximate expenditure
(e) alternate option other than the puja
पितृ पूजा के लिए इन चारों स्थानों का ही वर्णन शाश्त्रों में आता है,अतः जहाँ आपको उचित लगे किया जा सकता है,व्यक्तिगत रूप से मैं इसे मैदानों में गंगा के प्रथम स्पर्श स्थान ऋषिकेश में ,गंगा के तट पर कर अंतिम दिन हरिद्वार में नारायणी शिला में करने का पक्षधर हूँ.किया कैसे जाता है,निर्भर करता है कि करने वाले ब्राह्मण कैसे हैं,क्योंकि ये समस्त पूजाओं में अधिक कठिन मानी गयी है,जो पितरों का आह्वान उचित कर पाया वो ही उनको तारने में समर्थ है.पूजा के आरम्भ में नवग्रह ,गणेश आदि पूजने के बाद रुद्री होती है व पितरों का आह्वान किया जाता है,तीन ब्राह्मण इस दौरान पितृ गायत्री आरम्भ कर चुके होते हैं.विष्णु सहश्त्र्नाम ,पितृ गायत्री का पाठ लगातार चलता है.तीसरे दिन मध्यम षोधशि कर पित्रों का पिंड दान कर मूर्ति के रूप में उन्हें विष्णु जी के मध्य स्थापित कर हवनादि करने का विधान है.हमारे गढ़वाल में इसे हम दो अलग तरीकों से करते हैं.नारायण बलि व नारायणी.निर्भर करता है कि किसके निमित किया जा रहा है.खर्च का जहाँ तक प्रश्न है तो ये भी निर्भर करता है की कौन और कैसे कर रहा है.हमारी संस्था द्वारा इसे मात्र 41001रुपये में गढ़वाल के प्रतिष्ठित ब्राह्मणों द्वारा दो दिन ऋषिकेश व तीसरे दिन हरिद्वार में करने का विधान है,इसमें ब्राह्मणों का आना जाना ,रहना ,दक्षिणा व पूजा में उपयुक्त समस्त सामान संस्था ही उपलब्ध करती है.हमारी Google+ के प्रोफाइल में अभी कुछ दिनों पहले मस्कट के हमारे क्लाइंट संजीव जी की पूजा से सम्बंधित कुछ तस्वीरें आप देख सकते हैं.अधिक जानकारी आप हम से lalitjyotish.@gmail.com पर प्राप्त कर सकते हैं.
जवाब देंहटाएंThanks a lot Lalit Jee, This is really a useful notes.I will do the needful, by the grace of god, i will complete the puza through you only.
हटाएंThanks once again.
Pandit jee saadar pranaam!
जवाब देंहटाएंmera naam Amit hai,main meri birth detail de raha hoon.
name: Amit
DOB: 13-09-1983
birth place: Ahraura(Uttar pradesh)
time: 07:35 PM (evening)
pandit jee dishahin ho chukka hoon,karz mein dooba hua hoon.education mein bahut problem aayi ab naukari nahi hai. life mein kuch kar paungaa ya nahi,kuch batayein.
kuch maargdarshan karein.
aapka aabhaari rahungaa.
Amit
Anupama Sharma 20.4.75 gurdaspur pandit jeevan mein matapita ka sukh nahi kya karu
जवाब देंहटाएंPandit ji koti koti charan shaparsh
जवाब देंहटाएंMera naam radha joshi hai
DOB: 28 Aug. 1978
Time 13: 15 pm se 13: 30pm ke beech(afternoon)
place: Ambala
Pandit ji sabhi upay kiye par aaj tak life mein sattle nahi hui hun
job bhi nahi hai koi govt. job ke yog hai ya videsh yatra ke liye bhi sangarsh kar rhi hun vivaah nahi hua hai abhi tak kripya marg darshan kare
behad durbhagyapuran samay chal raha hai.
राहु के आद्रा नक्षत्र में जन्म लेकर नाम भी राधा रख लिया बहन ,राधा की शादी हुई थी क्या?उसने कृष्ण को प्राप्त किया था,पर विवाह का सुख नहीं पाया.जानती हैं क्यों?शुरू से ही चूज़ी नेचर की रही होगी,कम से समझौता नहीं,कृष्ण से कम कुछ नहीं.उच्च के लग्नेश कई विद्याओं में पारंगत कर गए आपको,संभवतः किसी क्षेत्र का मास्टर भी.किन्तु भाग्य भाव में बन रहे पितृ दोष से नहीं जीत पाए,रही सही कसर अंगारक योग बनाते हुए पातक कालसर्प दोष देते राहु देव भी जीवन में अधिक प्रभावी होकर सामंजस्य कराना नहीं सिखा पाए.मेडिकल ,मैकेनिकल,इलेक्ट्रिकल के क्षेत्र में आप प्रयास करते तो संभावनाएं अधिक होतीं,पितृ दोष का परिणाम आप 2003 से ही भुगत रही हैं किन्तु पिछले जन्म दिन के बाद से आपने इसे अधिक शिद्धत से महसूस किया.बहुत कुछ है अभी आपके जीवन में प्रभु के प्रताप से.आप बस अपने स्तर का स्पर्श नहीं कर पा रही हैं.अन्यथा कुंडली स्पष्ट रूप से बड़ी ऊँचाइयों का संकेत कर रही है.सरकारी नौकरी भी तय थी,क्यों नहीं लगी ?संभवतः वही सूर्य का शनि से पीड़ित होना रहा होगा.यदि पितृ शान्ति कराई है तो आगे योगों की आस रखी जा सकती है ,अन्यथा यही कहूँगा की संघर्ष अभी बाकी है.जून 2014 से जून 2015 के मध्य दूर की यात्राओं की आस दिख रही है.बचपन से ही अपनों की नजर आप पर लग गयी,वरना आज रुतबा कुछ और होता राधा जी.कई बातों का ज्योतिष क्या ,किसी के पास जवाब नहीं है,इसी लिए कहा जाता है "रोगं शोकं दु:खं बन्धनं व्यसनानि च,
हटाएंआत्मपराध वृक्षस्य फलानेतानी देहिनाम"
अर्थात सब हमारे द्वारा लगाये पेड़ के फल हैं चाहे इस जन्म के चाहे किसी और जन्म के.उपाय कर लीजिये,चमत्कार द्वारा ही तो प्रभु अपनी शक्ति ,अपनी सत्ता का एहसास कराते हैं.वो ही सक्षम हैं,कृष्ण को भजिये,वे ही आपके तारणहार बनेंगे."श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,जय नाथ नारायण वासुदेव:" ये ही गुरु मन्त्र है जीवन के लिए.....प्रणाम के बदले आशीर्वाद नहीं दे सकता क्योंकि हमउम्र हैं आप,किन्तु प्रेम व सदभावना से भरी शुभकामनाएं अवश्य दे रहा हूँ....आप अपने स्तर को अवश्य हासिल करें...
guru ji pranam mera naam vikram hai , meri d.o.b 3-8-1981 ,time 5:30pm hai ,birth place kota(rajasthan). guru ji jab se mera janam hua hai tab se dukh hi dekh raha hoo. mer job lagti hai phir choot jati hai. jiske karan me mansik roop se atanth vyatith hoo .krapya kar kuch mera marg darshan kare ,
जवाब देंहटाएंdanyawaad
Pandit jee saadar Namaskaar!
जवाब देंहटाएंmera naam sandeep hai,main meri birth detail de raha hoon.
name: SANDEEP
DOB: 10/05/1987
birth place: Meerut city(Uttar pradesh)
time: 06:55 PM (evening)
pandit jee Dhan Bhagya nahi h.Padhaii mein bahut dikkat aayi ab naukari nahi hai. kundali me shubh ashubh yog or ,unke nivaran ke baare me batayein.
kuch maargdarshan karein.
pandit ji pranaam...
जवाब देंहटाएंmai ye janna chahti hu ki agar kisi ki kundli me mangal dosh(mangli) ho to akya weh 27 saal ki umar k baad apne ap khatam ho sakta hai ya aajeevan bana hi rehta hai
apke uttat ki pratiksha me
rajni
रजनी जी,मंगल को बिना पूरी तरह जांचे मात्र सुन कर ही उसका हव्वा नहीं बनाना चाहिए,आमतौर पर 1000 में से पांच ही दोषी मंगल का प्रभाव लिए हुए होते हैं,बाकी का योग्य ब्राह्मणों की देख रेख में उचित उपचार कर लेने से इसके उपचार हो जाते हैं.दोषकारक मंगल सदा दोषकारक होता है,मध्यम का उपचार हो जाता है,बाकि केवल अपने नाम से डराता है,मांगलिक होना मैं व्यक्तिगत रूप से एक गुण मानता हूँ.
जवाब देंहटाएंbahut bahut danyawad guru ji.
जवाब देंहटाएंहरे कृष्ण
जवाब देंहटाएंजय हो आपकी.
जवाब देंहटाएंpandit ji namaskar
जवाब देंहटाएंmera naam sandip mishra hai.
dob-09/dec/1987
tob-04:20 am
pob-orai, jalaun,uttar pradesh
pandit ji meri kundali kya dosh hai, kripya upay bataye
government job milegi ya nahi.
आपको चाहिए कि जल निगम ,नगरपालिका ,बिजली विभाग आदि क्षेत्रों में प्रयास करें। अपने जीवन काल में आखिरकार आपका कार्यक्षेत्र जल से सम्बन्धी होने वाला है। ONGC -RIG आदि विभागों में आपका चयन संभव है। मई २०`१५ से पहले ही आप नौकरी पर हैं। लाजवर्द चांदी में धारण करें व इस सावन प्रति सोमवार शिव जी को धतूरा का फूल या फल चढ़ाएं।
हटाएंpandit ji pranam, d.o.b3/8/81,time5:30pm ,place kota(rajasthan)india,name vicky(male), muje kaun sa gemstone or rudraksha dharan karna chahiye .
जवाब देंहटाएंPandit jee saadar Namaskaar!
जवाब देंहटाएंmera naam sandeep hai,main meri birth detail de raha hoon.
name: SANDEEP
DOB: 10/05/1987
birth place: Meerut city(Uttar pradesh)
time: 06:55 PM (evening)
pandit jee Dhan Bhagya nahi h.Padhaii mein bahut dikkat aayi ab naukari nahi hai. kundali me shubh ashubh yog or ,unke nivaran ke baare me batayein.
kuch maargdarshan karein.
mera naam manoj DOB 11/12/1970 TIME 10.30am DELHI
जवाब देंहटाएंlast 2years se total loss
MAI SATTE KA (match booki) hu
guru ji pranaam, guru ji me ye janna chahti ho ki yadi kundli me koi greh yogkarak hote hoa vakri ho jai to weh shubhta ke result deta he ya ashubhta ke.
जवाब देंहटाएंग्रह की वक्रता वास्तव में क्या है ?उसका धोखा देना ही तो। वक्री तो कोई ग्रह कभी हो ही नहीं सकता। ये एक भ्रम उत्पन्न करने वाली अवस्था मात्र है। योगकारक ग्रह सदा योगकारक ही रहता है। अवस्था ,स्थिति ,योगादि से उसके परिणाम देने की क्षमता में परिवर्तन अवश्य आ सकता है किन्तु उसकी नीयत में नहीं। योगकारक ग्रह का वक्री होना सम्बंधित भाव के प्रति उसके झूठे दिलासों के समान देखा जाना चाहिए।
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