सामान्यतः आने वाले प्रश्नो में इस प्रकार के प्रश्नो की अधिकता रहती है..हमारे घर में सब कुछ होकर भी शान्ति नहीं,,वे हर समय चिढ़ते रहते हैं..बच्चे भी बात नहीं मान रहे..मेरा मन भी बेचैन रहता है..ये सामान्य प्रश्न हैं जो अमूमन गृहणियों द्वारा पूछे जाते हैं..क्या आप जानते हैं कि आपके घर परिवार में क्लेश करवाने के पीछे मुख्यतः राहु का हाथ माना जाता है ......अपने पनपने के लिए राहु घर के कुछ विशेष स्थानों वस्तुओं का चयन करता है ...... आइये देखें कि ये राहु अपनी शरारत कहाँ से आरम्भ करता है .......घर में रसोई वह स्थान है जो राहु का निवास है.... अपने नकारात्मक प्रभाव को देने के लिए राहु रसोई में रखे जूठे बर्तनों ,गंदे हो रहे एग्जॉस्ट पंखे ,टपकते हुए नल ,मैले हो रहे दाल ,मसालों आदि के डिब्बों का सहारा लेता है .......रात्रि में खाये भोजन के जूते बर्तन यदि सुबह तक रखे हैं तो समझ लीजिए कि आप इसे अपना नकारात्मक प्रभाव दुगना करने का निमंत्रण दे रहे हैं ..... इससे बचें ...
घर का शौचालय इसका दूसरा ठिकाना है .....यकीन मानिए यदि आपके वाश बेसिन में गन्दगी दिख रही है ,अथवा साबुन इत्यादि अपने उचित स्थान पर नहीं हैं तो सुबह सुबह आप घर में होने वाले घपले के लिए तैयार बैठिए ....
तीसरा और सर्वाधिक महत्व्पूर्ण ठिकाना राहु का अगर माना जा सकता है तो वो आपका ड्रेसिंग अर्थात श्रृंगार टेबल है। यदि वस्तुएं यहाँ बेतरतीब रूप से बिखरी पड़ी हैं ,अथवा कंघी में बाल झूल रहे हैं तो समझ लीजिएगा कि क्लेश का डंडा लेकर राहु महाराज वहीँ विराजमान हैं ......
घर का शौचालय इसका दूसरा ठिकाना है .....यकीन मानिए यदि आपके वाश बेसिन में गन्दगी दिख रही है ,अथवा साबुन इत्यादि अपने उचित स्थान पर नहीं हैं तो सुबह सुबह आप घर में होने वाले घपले के लिए तैयार बैठिए ....
तीसरा और सर्वाधिक महत्व्पूर्ण ठिकाना राहु का अगर माना जा सकता है तो वो आपका ड्रेसिंग अर्थात श्रृंगार टेबल है। यदि वस्तुएं यहाँ बेतरतीब रूप से बिखरी पड़ी हैं ,अथवा कंघी में बाल झूल रहे हैं तो समझ लीजिएगा कि क्लेश का डंडा लेकर राहु महाराज वहीँ विराजमान हैं ......
जय श्रीराम पंडित जी!बहुत ही अच्छा और सच्चा लेख !धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआपके नाम का चयन कंप्यूटर द्वारा उत्तर देने के लिए हो गया था ,किन्तु अफ़सोस कि आपका प्रश्न यहाँ उपलब्ध नहीं है
हटाएंshama kare galti se delete ho gaya tha dob 10 march 1992,time 23 baje raatri,place ajmer(raj)
हटाएंpandit ji meri b.tech abhi tak complete nahi hui hai(back clear nahi hai) 2009 ka addmission hai.or job kb tak lagegi.bahut pareshaan hu kripya marg darshan kare.
सादर प्रणाम गुरूजी, मेरा नाम हितेश गुप्ता है। और जन्म दिन 25/11/1991 ।
जवाब देंहटाएंजन्म स्थान - बानसूर है। तथा जन्म समय ३:४८ सुबह के है।
मैंने आपको ईमेल किया था तो आपने ब्लॉग पर लिखने के लिए बोला था।
मैं अपनी नौकरी के सन्दर्भ में पूछना चाहता हु। कृपा करके मेरा मार्गदर्शन करे ।
मैंने अभी बैंक का पेपर भी दिया था आज उसका परिणाम भी आ गया लेकिन क्लियर
नहीं हुआ । मैं बहुत ज्यादा डिस्टर्ब हु । उचित मार्ग दर्शन करे ।
आप कम्युनिकेशन ,जल अथवा फाइनेंस के क्षेत्र में ही अपना कर्रिएर भविष्य में स्थापित करेंगे ...बेफिक्र रहें ,एक लाजवर्द धारण करें।
हटाएंप्रणाम गुरूजी,
जवाब देंहटाएंकृपा करके आप मुझे मेरी जीवन मे होने वाली शुभ व अशुभ घटनाआे के बारे मे बताइए।
Name-Rahul Singh
Date of birth-28/03/2000
birth time-4.00 pm
Place-Satna(Madhya pardesh)
plz sir...I'm waiting for your answer
प्रणाम गुरूजी,
जवाब देंहटाएंकृपा करके आप मुझे मेरी जीवन मे होने वाली शुभ व अशुभ घटनाआे के बारे मे बताइए।
Name-Rahul Singh
Date of birth-28/03/2000
birth time-4.00 pm
Place-Satna(Madhya pardesh)
plz sir...I'm waiting for your answer
प्रणाम गुरूजी,
जवाब देंहटाएंकृपा करके आप मुझे मेरी जीवन मे होने वाली शुभ व अशुभ घटनाआे के बारे मे बताइए।
Name-Rahul Singh
Date of birth-28/03/2000
birth time-4.00 pm
Place-Satna(Madhya pardesh)
plz sir...I'm waiting for your answer
NAMSKAR PANDITJI SADAR PRANAM
जवाब देंहटाएंJIVAN BAHUT SANGARSHO SE BHARA PADA HAI.MERI KUNDALI DEKHKAR KUCH SAMADHAN BATANE KI KRIPA KARE,AAPKI BAHUT MEHRBANI HOGI.
9/11/1978 1:15 PM PALI(RAJASTHAN)
नाम कुलदीप ठाकुर जन्म स्थान रोहड़ू हिमाचल प्रदेश जन्म तिथि 12 सितंबर 1981 7:45 प्रातः।
जवाब देंहटाएंमुझे मेरे आने वाले समय के बारे में बताएं।
pranam gurude bahut upyogi jankari rahu grah ke bare me
जवाब देंहटाएंपंडित जी प्रणाम !
जवाब देंहटाएंमैं ज्योतिष में बहुत रुचि रखता हूँ और इसे स्वयं येन केन प्रकारेण सीखने का प्रयत्न कर रहा हूँ. आपके लेखों में प्राचीन और आधुनिक ज्योतिष का अद्भुत मेल रहता है, जिससे मुझे ज्योतिष अध्ययन में बहुत सहायता मिलती है.
मुझे ज्योतिष सीखने के लिए क्या करना चाहिए, क्या आपकी संस्था ज्योतिष का प्रशिक्षण देती है, कृपया मार्गदर्शन करें .
पंडित जी प्रणाम !
जवाब देंहटाएंमैं ज्योतिष में बहुत रुचि रखता हूँ और इसे स्वयं येन केन प्रकारेण सीखने का प्रयत्न कर रहा हूँ. आपके लेखों में प्राचीन और आधुनिक ज्योतिष का अद्भुत मेल रहता है, जिससे मुझे ज्योतिष अध्ययन में बहुत सहायता मिलती है.
मुझे ज्योतिष सीखने के लिए क्या करना चाहिए, क्या आपकी संस्था ज्योतिष का प्रशिक्षण देती है, कृपया मार्गदर्शन करें .
sir,
जवाब देंहटाएंmera amit he
dob :- 04/may/1989
time :- 14:00
birth place :- indore (m.p)
kripya mujhe guide karen
thanks.