"लग्नाधिपति: केंद्रे बलपरिपूर्ण: करौती नृपतुल्यम
गोपाल$कुलपि जातम किम पुंरिह नृपतिसम्भूतम "
अर्थ : बलवान होकर लग्न का स्वामी केन्द्र में हो तो राजयोग होता है.चाहे जातक का जन्म ग्वालिये के घर ही क्यों ना हुआ हो .
शफ्रीयुगले कर्कत्मारूदोह वाक्पतिशच धनुर्धरम
शुक्र:कुम्भे यदा शक्त्स्दा राजा भवेदिह
अर्थात :मीन का चंद्रमा ,कर्क का गुरु व कुंभ का शुक्र यदि कुंडली में विराजमान हो तो जातक को राजयोग का सुख मिलता है .
शशिसहिते केंद्रस्थे शनेश्चरे भवति जारजाततस्तु
राजा भुवि गजतुरंगग्राम धनैर्वध्रितश्रीक
अर्थात :चंद्रमा शनि कि युति यदि केन्द्र में हो तो जातक यदि माता पिता कि नैसर्गिक संतान ना भि हो तो धन गाड़ी सम्मान आदि के सुख को बढ़ाने वाला होता है.
जायते$भिजिति य: शुभकर्मा भुपतिर्भवति तो तुलवीर्य:
नीचवेश्मकुलजो$पि नरों$स्मिन राजयोग इति ना व्यप्देशे .
अर्थात :अभिजीत नक्षत्र में जन्मा जातक बलशाली राजा होता है.वह नीच कुल में भी जन्म ले तब भी इसमें कोइ संशय नहीं.
लग्न से या किसी भी स्थान से यदि समस्त ग्रह क्रम से बैठे हो अर्थात बीच में कोई भी भाव रिक्त ना हो .भले ही सारे ग्रह सात भावों में लगातार विराजमान हों तो ये एकावलि नामक राजयोग होता है.
( आपसे प्रार्थना है कि कृपया लेख में दिखने वाले विज्ञापन पर अवश्य क्लिक करें ,इससे प्राप्त आय मेरे द्वारा धर्मार्थ कार्यों पर ही खर्च होती है। अतः आप भी पुण्य के भागीदार बने )
गोपाल$कुलपि जातम किम पुंरिह नृपतिसम्भूतम "
अर्थ : बलवान होकर लग्न का स्वामी केन्द्र में हो तो राजयोग होता है.चाहे जातक का जन्म ग्वालिये के घर ही क्यों ना हुआ हो .
शफ्रीयुगले कर्कत्मारूदोह वाक्पतिशच धनुर्धरम
शुक्र:कुम्भे यदा शक्त्स्दा राजा भवेदिह
अर्थात :मीन का चंद्रमा ,कर्क का गुरु व कुंभ का शुक्र यदि कुंडली में विराजमान हो तो जातक को राजयोग का सुख मिलता है .
शशिसहिते केंद्रस्थे शनेश्चरे भवति जारजाततस्तु
राजा भुवि गजतुरंगग्राम धनैर्वध्रितश्रीक
अर्थात :चंद्रमा शनि कि युति यदि केन्द्र में हो तो जातक यदि माता पिता कि नैसर्गिक संतान ना भि हो तो धन गाड़ी सम्मान आदि के सुख को बढ़ाने वाला होता है.
जायते$भिजिति य: शुभकर्मा भुपतिर्भवति तो तुलवीर्य:
नीचवेश्मकुलजो$पि नरों$स्मिन राजयोग इति ना व्यप्देशे .
अर्थात :अभिजीत नक्षत्र में जन्मा जातक बलशाली राजा होता है.वह नीच कुल में भी जन्म ले तब भी इसमें कोइ संशय नहीं.
लग्न से या किसी भी स्थान से यदि समस्त ग्रह क्रम से बैठे हो अर्थात बीच में कोई भी भाव रिक्त ना हो .भले ही सारे ग्रह सात भावों में लगातार विराजमान हों तो ये एकावलि नामक राजयोग होता है.
( आपसे प्रार्थना है कि कृपया लेख में दिखने वाले विज्ञापन पर अवश्य क्लिक करें ,इससे प्राप्त आय मेरे द्वारा धर्मार्थ कार्यों पर ही खर्च होती है। अतः आप भी पुण्य के भागीदार बने )
pranam guruji
जवाब देंहटाएंekdum mast bataya hai.
Name: Tarul Agrawal
जवाब देंहटाएंDOB: 05 August 1984
Time: 07:44 AM
Place: Ghaziabad (U.P.)
Panditji kripiya mere baare main kuch bataiye.
कगडीयाल जी बहुत बढ़िया लगा आपके ब्लॉग पर आकर। आप कै गांव का छौं?
जवाब देंहटाएंफिलहाल तो निवास देहरादून में है साहब .
हटाएंname mayank patel
जवाब देंहटाएंdob 06 july 1982
tob 05:45
pob surat /gujrat
pranam guruji kripiya meri kundli dekhkar mere pitaji ke bare me bataye unki kripa drshti hum par rahegi ya nahi ?
प्रणाम!
जवाब देंहटाएंमहोदय कई विषयों का आपके द्वारा बहुत अच्छा विवरण दिया गया है इस ब्लॉग पर, मेरी भी कुछ समस्याएं है परन्तु समझ में नहीं आता है कि कारण क्या है और समाधान क्या सब कुछ अच्छा है परन्तु कुछ भी अच्छा नहीं ?
जन्म दिनांक : 10/11/1976
जन्मसमय : 07:15 प्रातः
जन्मस्थान : इंदौर (म प्र )
अगर आपके पास समय हो तो कुछ विवेचना कर अनुग्रहीत करें।
खुश रहें ...अपना प्रश्न पूछें
हटाएंप्रणाम एवं आशीर्वाद हेतु धन्यवाद !
हटाएंअध्यापक हूँ एक महाविद्यालय में, कुछ वर्ष बाद पीएचडी की अनिवार्यता आ जायेगी। प्रयत्न में तो अभी भी लगा हुआ हूँ किन्तु कोई गाइड तैयार नहीं हो रहे है कब तक प्रारंभ होने की सम्भावना है, यकीं मानिए मेरी तरफ से प्रयास में कोई कमी नहीं
विद्या के नैसर्गिक ग्रह व आपके पंच्मेश होकर देव गुरु वक्री हैं.ज्योतिष में पंचम भाव शुरुआती शिक्षा व नवाँ भाव उच्च शिक्षा का माना गया है.अपनी सुस्त गति के लिए कुख्यात होकर शनि देव वहाँ विराजमान हैं.अतः स्पष्ट रूप से देर होती है.मई 2014 के आस्-पास समीकरण बनते दिखायी पड़ते हैं.फिर भी अपनी ओर से प्रयास जारी रखें वा चाहें तो पुखराज धारण करें.चमत्कार देखना चाहते हैं तो अपनी श्रीमती जी को सोमवार के व्रत रखने को कहें....साथ ही मित्रता का दायरा कम कर दें
हटाएंप्रणाम
हटाएंधन्यवाद आपको मार्गदर्शन हेतु। हो सकता है समय समय पर आपको परेशान करूँ अगर आप सहमती दें तो....
P S : अभी तो मूंगा मोती और माणिक धारण कर रखा है।
हटाएंचंद्रमा वृष में अर्थात अपनी मूल त्रिकोण राशि में,केन्द्र में विराजमान हैं, जो फल देना होगा वैसे भी दे रहे होंगे.अतः इनसे और अधिक कि उम्मीद करना बेमानी है.हां सूर्य जरूर तुला में होकर शत्रु राशि में चल रहे हैं .इस कारण माणिक का लाभ लिया जा सकता है.किन्तु जो क्षेत्र आपका है वहाँ सफलता के लिए गुरु का आशीर्वाद जरूरी है.सफेद मोती और लाल माणिक का आपस में संयोजन पीले ही रंग का निर्माण करने वाला माना गया है.शायद यहाँ पुखराज बेहतर रिज़ल्ट देने वाला साबित हो.
हटाएंप्रणाम एवं मार्गदर्शन हेतु बहुत बहुत धन्यवाद |
हटाएंरणाम !
हटाएंआपके विचारार्थ एक कुंडली और आपके समक्ष रख रहा हूँ जो मेरी धर्मपत्नी की है। साढ़े साती चल रही है आज कल कभी भी ज्वर आ जाता है. रिपोर्ट्स में कुछ भी नहीं निकलता। दूसरी समस्या पदोन्नति की है जो कि काफी समय से अटकी हुई है.
जन्म दिनांक : ०७ / ०३ / १९८०
जन्म समय : ०६:१५ प्रातः
जन्म स्थान: वड़ोदरा (गुज)
प्रत्युत्तर की आशा में ....
लग्नस्थ सूर्य पर राहु की दृष्टि अपने अंतर ऐसी समस्याओं का कारक बनती है. शनि पेट से सम्बंधित रोग दे रहा है। कब्ज कदापि न होने दें .सिरहाना दक्षिण की ओर रखें व सुबह सूर्य को अर्ध्य दें .
हटाएंप्रणाम एवं धन्यवाद!
हटाएंपदोन्नति के विषय में भी कुछ मार्गदर्शन दे दिजिये।
गुरूजी,
जवाब देंहटाएंपिछले चार साल से संतान प्राप्ति में आ रही बाधा के बारे मैं बताएं। कृप्या कोई उपाय सुझाएँ।
जतिन भसीन
DOB - 10-Nov-1983
Time - 20:12:00
Place of birth - Delhi
पंचम यानि संतान भाव में परम् विरोधाभासी ग्रहों सूर्य देव व शनि महाराज की युति हो रही है .जो गर्भ में ही संतान को नष्ट करने का सामर्थ्य रखते हैं,साथ ही पंच्मेश नीच के हो रहे हैं. सप्त्मंश में भी शुक्र रहु से युति करते हैं.किन्तु मंगल का सप्त्मांश में भाग्य भाव में होना ,दूर कहीं एक छोटी सी रौशनी दिखा रहा है.दैत्य गुरु मृत संजीवनी के ज्ञाता कहे गए हैं.एक ओपल रत्न आप धारण करें व धर्मपत्नी जी को सुनैला पहनने को कहें.कृष्ण के बाल स्वरूप कि उपासना करें.प्रभु कि कृपा रही तो मई 2013 से मई 2014 के मध्य शुभ समाचार प्राप्त होंगे.
हटाएंPranam Pandit Ji,
जवाब देंहटाएं38 years, unmarried, employed, male. vivah yog hai ya nahi? Yadi hai to kab tak? vaivahik jeewan avam bhavi patni ke bare mein batane ki kripa karen. upay bhi bataen.
DOB:25/03/1975
TOB:19:30 Hrs
POB: Ranikhet, Distt- Almora
Regards,
Manish
तीस महीने पूर्व भी विवाह का योग बना था.क्या हुआ ऐसा जो आपने विवाह नहीं किया.शनि कि दृष्टि वा सप्त्मेश के अस्त होने से शायद योग कमजोर हो रहे हैं.पुखराज रत्न धारण करें.
हटाएंDurbal sharir avam swasthya ke karan utsah va atmavishvaas ki kami hai. kuchh upay bataen jisse swasthya thik ho.
हटाएंPandit Ji,
हटाएंPranam, kripa kar margdarshan karen. Manasik ashanti, anidra se bhi dukhi hun.
Regards,
Manish
Pranam Gurudev.
हटाएंKripa keren. Bhatke hue ko rah dikhaen.
Regards,
Manish
Pranam avam charan sparsh. Ab to aap maa ki sadhana ki taiyari mein vyast ho gaye honge. Apko saparivar nav varsh ki mangal kamnaen.
हटाएंManish
अपना जन्म विवरण दें मनीष जी
हटाएंGurudev Pranam avam sadar charan sparsh,
हटाएंabhaar avam dhanyavaad. birth detail isi comment series mein uppar di hai, vivah wale prasn ke sath. durbal sharir avam swasthya aur mansik asanti, anidra wala prasn bhi hai. Kripa kar Jyotishiya karan evam upchaar batane ki kripa karen.
DOb: 25/03/75
TOB:19:30 hrs
Place: Ranikhet
Regards,
Manish
मनीष जी ,कन्या लग्न में आप सिंह राशि के जातक हैं .लग्नेश होकर बुध रोग भाव में है. इस लग्न में मंगल का बलवान होना शुभ नहीं माना जाता .आपकी कुंडली में मंगल त्रिकोण में अपनी उच्च राशि में विराजमान है. अर्थात पूर्ण बलवान है. कहते हैं की ऐसा मंगल जातक को किसी प्रकार के नशे की लत लगाता है.( प्रभू करें की आपके साथ ऐसा न हुआ हो ) और जातक के धन व स्वास्थय की हानि करता है. सन 2009 से ये आपके लिए अशुभ समय की शुरुआत कर चुका है . कई जगह आपने पैसा ऐसा खराब किया जो नहीं करना चाहिए था .शनि का यहाँ दशम में होना बड़ी आयु तक जातक के संघर्ष के प्रमाण प्रस्तुत करता है. ये जातक को लेखन,बैंकिंग, वकील ,सलाहकार आदि के क्षेत्र में सहायक हो सकता है. किन्तु यहीं से एक बात मैं दावे से कह सकता हूँ की एक दिन आप ( 54-55 वें वर्ष में )राजनीति या किसी भी अन्य कारण से अपने इलाके के महत्वपूर्ण व्यक्तियों में गिनती होंगे . आपका मारक समय 2009 से 2011 के मध्य निकल चुका है. धन के लिए योग वाकई चिंता जनक हैं .धनेश अष्टम में व आएश व्यय भाव में, जितना कमाते रहो सब खर्च करते रहेंगे .अपने धन का नियंत्रण किसी और के हाथ से होने दें (माता -पिता -भाई -बहन )राहत की बात यह है की मार्च से समय अनुकूल होने लगा है. इसका यथासंभव लाभ लें सप्तम दाम्पत्य भाव पर तीन पाप ग्रहों की दृष्टि विवाह के सुख को कम कर देती है. नियमानुसार विवाह बहुत जल्दी हो जाना चाहिए था . क्योंकि कुंडली में स्पष्ट दो विवाह के योग बन रहे हैं ,एक जल्दी होता तभी दूसरा इस आयु-काल में संभावित होता .वैसे प्रभु की माया प्रभु ही जाने .आप सवा सात रत्ती पन्ना रत्न अष्टधातु में धारण करें व सदा साफ़ वस्त्र धारण करें .हजामत मंगल के अलावा प्रतिदिन करें .किसी भी एक आँख वाले व्यक्ति की सेवा करें .उसे मीठा भॊजन कराएँ .भाइयों से सम्बन्ध सुन्दर रखें . भाषा के स्तर पर किसी का भी दिल न दुखाएं । तामसी भोजन व तामसी तरल पदार्थों से आप दूर रहें .धीरे धीरे प्रभु की कृपा से सब कल्याण होगा .......आपके सवालों का मैंने यथासंभव उत्तर देने का प्रयास किया है. आज के व्यस्तता भरे समय में आप जानते ही हैं की कितना मुश्किल हो जाता है समय निकालना .किन्तु आप का आग्रह करने का अंदाज ही कुछ ऐसा था की मुझे मजबूर होना पड़ा .इन सब उपायों को नियम से आप पालन करेंगे ,ऐसा मेरा विश्वास है. मैं जानता हूँ की मुफ्त की सलाह को सम्मान हासिल नहीं होता .यही सलाह किसी डॉक्टर ने आपको दी होती तो शायद आप तुरंत अमल करते .किन्तु मनीष जी इस बात को ध्यान जरूर रखना की एक प्रोफेशनल ज्योतिषी होने के बाद भी मैंने आपके लिए निशुल्क इतना समय दिया .इतने समय में मैं यहाँ तीन क्लाइंट अटेंड करता .इसलिए गुजारिश है की मेरी इतनी मेहनत को जाया न कीजियेगा .प्रभु आपका सहायक हो .....शुभकामनाएं
हटाएंप्रणाम!
हटाएंआपकी बात पढ़ कर रहा न गया। बात मुफ्त की सलाह की थी इस लिए निवेदन करना चाहूँगा कि ऊपर वाले का मार्गदर्शन किस रूप में आपके समक्ष आ जाए कोई भरोसा नहीं। आपके ज़रिये कुछ लोगो का मार्गदर्शन हो ऐसी उसकी इच्छा होगी तभी हम लोगो को आपके वेब पेज पर पहुंचा दिया अन्यथा इस जाल में आसानी से खोजे कौन मिलता है। और ऊपर से अपने व्यस्त समय में से कुछ हिस्सा निकल कल कर जवाब देने हेतु भी कुछ कारक होना चाहिए। इसके अलावा मैं नहीं मानता कि लोग आपसे मुफ्त की सलाह के लिए प्रश्न पूछ रहे है…. अपितु ये तो अन्य जगहों से प्राप्त असंतुष्टि पूर्ण उत्तरों के कारण आपसे पूछ रहे है लोग। आपका विवेचनात्मक विवरण सुन कर ही लोगो में आशा की किरण जगी है कि हो सकता है समस्या का हल आपके पास हो। अब आपके समाधान को समझ कर उस पर अमल करना ये तो खैर प्रश्नकर्ता की जिम्मेदारी है। पर यकीन मानिए ग्रहों ने आपके समक्ष उपस्थित किया है तो उसका भी कोई कारण होगा… समस्या का निदान आपके शब्दों से हो ये उनकी मंशा रही होगी तभी समय आने पर आपके द्वारा उसका निदान कराया गया है।
धन्यवाद एवं आभार
Guru dev Pranam avam charan sparsh,
हटाएंAapne apna bahumulya samay nikal kar janmang ki vivechana ki avam upchar va upaya bataye. Iske liye anek dhanyavaad avam abhaar.Bhavisya mein apse sampark karunga. Kuch anya baton ke bare mein bhi apse jankari leni hai. Vishes kar janmang ke 3rd house aur 9/10th house ke bare mein jo ki blood relatives se sambandhit hai.
Regards,
Manish
Ranikhet
पंडित जी प्रणाम !
जवाब देंहटाएंकुंडली के लिए आवश्यक जानकारी इस प्रकार है:
जन्म दिवस : 10/11/1984
समय : 16: 15
स्थान : उज्जैन
राहू - चन्द्र युति से ग्रहण, सूर्य-शनि युति, गुरु शुक्र युति क्या नहीं है मेरी कुंडली में फिलहाल नौकरी के लिए परेशान हूँ कुछ बताये इस विषय में
प्रणाम महेंद्र जी ,खुश रहें.वास्तव में कुंडली द्रवित करने वाली है.विशेष रूप से आठवें भाव में सूर्य-शनि की युति.शिक्षा के फ़ील्ड में प्रयास करना बेहतर होता .कहते हैं कि सबसे बड़ा भाग्य है.यहाँ भाग्येश जो कि धनेश भी है अपनी उच्च राशि में आय भाव में विराजमान हैं.श्री राम की शरण में जाएँ.वे ही आपके भाग्य को फलित करेंगे.कार्यों में सफलता के लिए आपको घर से दूर् जाना ही होगा.इस साल के अंत से पहले ही मैं आपको कहीं पर स्थिर होकर सुंदर नौकरी करते हुए देख् रहा हूँ.आप अवश्य सफल होंगे.साथ ही यदि प्रयास किया तो सरकारी अर्धसरकारी नौकरी का अवश्य योग है.संभव हो तो सुनैला धारण करें.मंगलवार के व्रत रखें व सफेद वस्तुओं का दान करते रहें.
हटाएंप्रणाम पंडित जी !
हटाएंआपके मार्गदर्शन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद .
जय श्रीराम !!
Happy Navratre to you all
जवाब देंहटाएंrutuja lonkar
जवाब देंहटाएंDob 12 sept 1986
birthplace Amravati(m.s)
birthtime 8.45 am
want to know about my carrier?
Name: Tarul Agrawal
जवाब देंहटाएंDOB: 05 August 1984
Time: 07:44 AM
Place: Ghaziabad (U.P.)
Panditji kripiya mere baare main kuch bataiye.
इलेक्ट्रॉनिक्स ,मैकेनिकल , शिक्षा आदि का क्षेत्र आपके लिए उपयुक्त फल देने वाला होता ,किन्तु बहुत संभव है की आप शुक्र से सम्बंधित कार्य व्यवसाय जैसे की सजावट ,कपडे आदि से सम्बंधित कोई कार्य में स्वयं को लगा चुके हों, दशम भाव का राहु कुछ ही वर्षों में स्पष्ट रूप से आपका रुझान राजनीति की और करने वाला हैं। धारण कर लें भविष्य उज्जवल है
हटाएंGURU JI PRANAAM
जवाब देंहटाएंAAPKE BLOG SE HAME ITNI SAARI JANKARI MILTI RAHTI HAI ISKE LIYE BAHUT BAHUT DHANYAWAAD
GURU JI MERA NAAM ANKIT HAI MAIN B.COM 2ND YEAR PAPER DE CHUKA HUN. AUR RAILWAY KI TAIYAARI BHI KAR RAHA HOON. KRIPA KARKE AAP MUJHE YE BATANE KA KAST KARE KYA MERI KUNDLI ME GOVT. JOB KA KOI YOG BAN RAHA HAI AGAR NAHI TO KYA MUJHE BUSINESS SOOT KAREGA SATH ME APNI AMULYA RAAY DENE KA KAST KARE AAPKI ATI MAHAAN KRIPA HOGI
DOB 13 AUGUST 1993, 11:05 AM BASTI U.P.
PRANAAM
सदा सुखी रहो अंकित बाबू .हमारा आशीर्वाद तुम्हारी कुंडली में स्पष्ट रूप से सरकारी नौकरी के योग बन रहे है. प्रभु की कृपा रही तो इसी मई के बाद से योग आरम्भ होकर अगले वर्ष के मध्य तक कुछ फलित अवश्य कर देंगे,यदि संभव हो तो गोमेद सवा पांच रत्ती धारण करो. जो भी नौकरी का फॉर्म आदि भरना ,शनिवार को भरना .प्रभु ने चाहा तो कभी ट्रेन ही में तुम से मुलाक़ात हो. पर पता नहीं तब पंडित जी के लिए एक सीट भी उपलब्ध कराओगे या नहीं .
हटाएंGurudev Pranam avam sadar charan sparsh,
जवाब देंहटाएंmai sarkari naukari ki tayyari kar rha hu. mere sarkari naukari ka yog kab hai.
DOB:25/03/1985
TOB:10:35 AM
POB: Alwae, Rajasthan
Regards,
Dineah
प्रणाम .सुखी रहें . प्रयास करते रहें .इस साल जुलाई से योग बनने का प्रमाण मिलता है. कटैला धारण कर सकें तो करें .२१ दाने काले तिल के हर शनिवार सिन्दूर में रंग कर पीपल के वृक्ष पर अर्पित करें .
हटाएंGurudev Pranam avam sadar charan sparsh,
जवाब देंहटाएंMaine B.Sc ki hai. uske baad kuch time dukan pr kam kiya.Lekin wo kam bhi chut gya. Ab mai sarkari naukari (bank,ssc) ki tayaari kr rha hu. karpiya bataye ki ye yog kab tak banega. ya koi business ka yog ho toh wo bhi batyega. dhanyawad.
date of birth 21 march 1985
time of birth 10:35AM
place of birth Alwar , Rajasthan
Gurudev koti koti pranam,
जवाब देंहटाएंMaine B.E(ECE) kiya hua hai, kuch time maine private job bhi kiya jo badi mushkil se haasil hui thi but ghar pe kuch problem hone se mujhe chodni padi. pitaji par 2 carore ka karja ho gaya tha jiske karan hame apna makan and khet ki jameen bechni padi but abhi bhi karja baki reh gaya hai.
Panditji me to bas yeh janna chahta hu ki ab maine gemstone ka business start kiya hai partnership me, but abhi tak achhe results nahi mile hai.
Kripya batane ki kripa kare ki business kaisa rahega aur shaadi ke yog kab hai, meri kundali me koi neech bhang rajyog bhi hai kya agar hai to kab phalit hoga aur kis graha ke liye mujhe kya karna chaiye.
aapki badi kripa hogi
Details
Name - mahendra jain
DOB - 11/10/1985
TOB - 3:30PM
POB - sawaimadhopur(rajasthan)
महेन्द्र जी सदा सुखी रहें ......कुम्भ लग्न में शुक्र का अपनी नीच राशि में वो भी अष्ठम भाव में विराजमान होना साथ ही गुरु का भी व्यय में होना जेम्स स्टोन के व्यवसाय में आपको मनमाफिक सफलता देगा ,इसमें मुझे संदेह है. शनि दशम में है तो जाहिर तौर पर आप नौकरी जारी नहीं रख पायेंगे और कई तरह के काम धंधों में हाथ आजमाएंगे .साझेदारी का कोई भी काम आपको शुभ नहीं है. आपके पिताजी को भी नहीं था . समस्या ये होती है की इस लग्न में आएश व दशमेश की भाग्येश से शत्रुता होती है. कोई भी काम जो गुरु या मंगल से सम्बंधित होता है फलित नहीं हो पाता.अब कार्य क्या किया जाय? सच कहूँ ?......मैं आपको बड़ी बड़ी इमारतें बनाते हुए देख रहा हूँ . सरकारी कामों का टेंडर लेते देखता हूँ ,रोड बनाते देखता हूँ . संसार की अनगिनत धातुओं में सर्वाधिक सस्ती धातु लोहे को मैं आपके लिए सोने में बदलते देखता हूँ .वर्तमान में समय संकेत करने लगा है. हिम्मत रखिये ,अगले वर्ष की दीपावली के जलते दीपक आपके जीवन के अन्धकार को दूर कर चुके होंगे .उससे अगली दीपावली यानि सन 2015 में दीपकों के प्रकाश में सारा संसार आपके रुतबे को देखेगा .राह वहीँ है जहाँ से आप बचना चाह रहे हैं .गुरुवार के व्रत रखें ,विष्णु सहश्त्र्नाम का पाठ करें .फिरोजा रत्न गले में धारण करें .यदि एक बार संभव हो तो सोमनाथ जी के दर्शन कर आयें . मैं आपसे 2015 की दीपावली में अपनी दक्षिणा मांगूंगा .यदि उस वक्त पंडित जी याद रहे तो जरूर संपर्क करना .वरना तो मैं जानता ही हूँ की ब्राह्मण को काम हो जाने के बाद कोई याद ही नहीं करता . भैरव नाथ सदा आपकी रक्षा करें .मेरा आशीर्वाद .............
हटाएंAapka ashirvaad pakar me dhanya hua,
हटाएंGuruji aap ne is sadharan aadmi ke prashn ka reply diya, mujhe badi khushi hui.....
Guruji abhi mai china se electronics items ke import ke business ke bare me bhi soch raha hu, kisi ne mujhe ye kaha tha ki mujhe business kewal partnership me karna chaiye aur khud ka paisa bilkul nai lagana chaiye.
Guruji thoda sa ispar bhi prakash daliye aur ghar vale arthik sthithi thik nai hone ki vajah se mujhe naukri ke liye pressure dal rahe hai jisse ki meri shadi bhi ho jaye, parantu naukri ke bare me to aap jante hi hai aur mai bhi nai karna chahta. bahut hi pressure me hu.
guruwar ke vrat to meri mother ne chalu kar diye hai aur maine safed pukhraj(yellow+blue sapphire mix) index finger me pehna hua hai saath me panchmukhi rudraksh ki mala bhi pahni hui hai.
Guruji samay achha aane par me khud aapse milne ki khwahish rakhunga
aur aapse hamesha sampark me rahunga, mujhe jyotish sikhne ka bhi badi ichha rehti hai aur mai jyotish blogs padta rehta hu, isi karan se aaj me bhi aapke sampark me aaya, maine aapke "JYOTISH AUR PITA" ko bhi pada, man bada hi dravit ho gaya, mai aapse kshma chahta hu agar meri kisi bat ne aapko dukh pahuchaya ho....
guruji aapki kripa aise hi bani rahe......
Pranaam Pandit ji
हटाएंsabse pahle maafi chaunga ki aapko phir se pareshaan kar raha hu, par karu bhi kya, kuch soojh hi nai raha h...me apne ghar me sabse bada hu, jimmedari bhi mujhpe hi h aur samasya bhi me hi hu apne pariwar ke liye....kitne kaam kiye but kahi se koi response nahi....mere pass "jaisa ki aapne pratuttar me kaha tha business ke liye" to aaj mere pass room rent ke liye bhi paisa nai hota h...finally mene teaching start karne ki sochi h...nai janta ki isme kaamyaab ho paunga...pandit ji me bahut hi depression me aa gaya hu...kisi se milne ki bhi ichha nai hoti....log bhi mujhe koi importance nai dete...mene engineering ki h but paisa kamane me nakam raha hu....pandit ji please mera margdarshan kijiye
महेंद्र जी ,साझे के व्यवसाय हेतु आपको पहले मना किया गया था ,साथ ही सितम्बर २०१४ तक चंद्रमा में बुध का अंतर शुभ नहीं है आपको सूचित किया था। हालात इस वर्ष के दीपावली के आस पास ही बदलेंगे ,ऐसा तय है। उससे पहले नहीं। तब तक अपनी पूंजी इधर उधर बर्बाद न करने का संकेत दिया था ,किन्तु आप इस संकेत को भांप नहीं पाये। साथ ही जो उपाय आपको बताये गए थे वो भी सम्भवतः आपने किये नहीं। मुफ्त कि सलाह का कोई मूल्य नहीं ऐसा मैं जानता हूँ। खैर.…। अभी फिलहाल जॉब ही करें। दूर कि कौड़ी के रूप में मैं अब आपको राज्य स्तर पर सरकारी नौकरी करते हुए भी पाता हूँ। कोशिश कीजिये व पूर्व में बताये उपाय कीजिये।
हटाएंpranaam panditji
हटाएंaapke bataye anusar mene phiroza ratn dharan bhi kiya tha aur thursday ko vishnuji ke mandir bhi jane laga tha.....baad me meri private company me job lag gayi thi ....but jesa soch raha tha vaisa nhi hua....mene apse contact karne ki bhi kosis ki but apki reply ki mail delete ho gyi thi ..apka naam mujhe dhyaan hi nhi aa rha tha bas dehradoon astrolger find karta to nhi mil paya but kal raat ko sanyogvash mujhe link mila....pahle to pichle suggestion ke liye me apko jyada to nhi but thoda kuch contribute karna chahta hu. kyunki abhi bhi stithi sahi nhi h...mujhe bank details share kare.......job lagne ke baad meri shadi hui but mujhe phir se job leave karke aana pada apne family ki vajah se ...phir mene coding seekhi aur jisne sikhaya ..unhone hi mujhe partner bnake april 2017 me software ki company start ki...mera koi investment nhi tha...hum 04 log the but nov 2020 me 2 partner alag hue aur ab hum 2 h..ek me aur ek sir jinhone mujhe coding sikhaya .....abhi tak bhi company ki stithi sahi nhi h jabki hamara product market value ke hisaab se best h....aapne mujhe sajhedari ke liye mna kiya tha but situation kabhi bhi mere hisaab se nhi hoti...majbooran karna padta h...kya company ki situation meri kundali ki vajah se aisa h ya kuch aur...kisi astrologer se bhi mene discuss kiya tha to unhone bataya ki aapko nastik hona padega tabhi aapki condition shi hogi...meri wife aur mere beech me bhi khoob jhagde hote h aur wife ki mummy se bhi nhi banti jabki svabhaav se vah bhala hi chahti h....kuch samajh nhi aa rha ....agar me partnership me business nhi kar sakta to kya me apne naam se khud kar sakta hu ....meri ichha oil ke business ki bhi h....mujhe margdarshan kare......aur apko dakshina dene layak ban saku... apke javab ka intzaar rahega
nameste panditji, mai apne bete ke baare mai puchna chahti hu mai uski parahi ko leker pareshan hu uska parne mai man nahi lagta....uski DOB-15/3/2004 place kharkov(ukraine) hai....mai usko india mai parana chahti hu lekin ban nahi pa raha hai...kya mera beta sari jindgi ukraine mai hi rahega .....aur panditji mere ko dusra bachcha hone wala hai 15 july se 24 july tak ka time diya hai....plz mere ko shub din bata dijiye mai apni delivery kab karwau .....mera aane wala bacha pure pariwar ke liye bahut shub ho
जवाब देंहटाएंकृपया बच्चे का जन्म समय भी बताएं
जवाब देंहटाएंDOB-15/3/2004 time 3.14 a.m place kharkov(ukraine)
जवाब देंहटाएंpanditji plz aap mere ko bhi mere bete ke baare mai bataieye maine uska birth time likh diya hai......aur mere ko 15 july se 23 july mai koi shubh din bata dijiye meri delivery ke liye...plz panditji uttar jaldi dijiye mai daily apke uttar ka wait karti hu
जवाब देंहटाएंआपके पुत्र के पंचम भाव में राहु -शुक्र की युति हो रही है ,जिस पर वक्री गुरु की दृष्टी है. आयु बढने के साथ - साथ जातक का ध्यान कुसंगति व अति आत्मविश्वास के कारण शिक्षा से हट जाता है ऐसा प्रमाण शाश्त्रों में मिलता है.उपाय कुछ नहीं है मात्र इस के की अपने पुत्र को बहुत अधिक लाड देकर न बिगाड़ें .बड़ों का सम्मान ,गुरुजनों का आदर व अपनी संस्कृति के प्रति उसे सिखाएं .बहुत अधिक टी वी ,गेम्स आदि से दूर करें .उसे स्वयं को बहुत स्पेशल महसूस न करने दें .पुखराज पूर्ण प्राण प्रतिष्ठा के साथ धारण कराएँ .
हटाएं२ . आने वाली संतान स्वयं के लिए समय का निर्धारण कर चुकी है .अतः उसे अपने समय पर आने दें .इस विषय में दखलंदाजी ईश्वर की सत्ता को चुनौती देना है .अपने पूर्वार्ध के अनुसार स्वयं उसे आने दें .बहुत बहुत शुभ कामनाएं .
Meri samaya
हटाएंMeri samasya ka utar nahi mil raha he me ri birth date 30/5/1992he aur mera janam samay subah 11:00am ko huva tha
हटाएंpukhraaj kitne rati ka pahnana hai...abhi wo chota hai ring to nahi pahan sakta...phir kaise pahnau....uski kundli mai sthan parivartan hai mai usko ukraine mai nahi rakhna chahati hu....kya hum log hamesha ukraine mai hi rahenge ya kabhi india ya bahar shift ho sakte hai....kya mera beta aachi education nahi le payega....uska future thik hai na.....mai ghar per pura apni sanskriti ka dhyaan rakhti hu humare ghar mai pura indian mahol rahta hai.....mai apna dob bhej rahi hu....16/12/1978,4.55a.m,agra........mere pati ka time nahi malum 6/3/1973,fatehpur sikri time 10a.m se 12 tak ke beech ka hai....mere bete ka 15/3/2004,3.14a.m kharkov ...plz bataiey hum india ya bahar shift ho sakte hai...mere bete ka futuer achcha hai na....
जवाब देंहटाएंGURU JI PRANAAM
जवाब देंहटाएंAAPKE BLOG SE HAME ITNI SAARI JANKARI MILTI RAHTI HAI ISKE LIYE BAHUT BAHUT DHANYAWAAD
GURU JI MERA NAAM MANISH GUPTA HAI MAINE D.PHARM FINAL YEAR KA PAPER DE DIYA HAI AND MEIN AB B.PHARMA KARNA CHAHTA HUN.KRIPA KARKE AAP MUJHE YE BATANE KA KASHT KAREN KI KYA MERI KUNDLI ME GOVT. JOB KA KOI YOG BAN RAHA HAI AGAR NAHI TO KAB TAK BANEGA.SAATH ME APNI AMULYA RAAY DENE KA KASHT KAREN AAPKI ATI KRIPA HOGI.
DOB: 05 OCTOBER 1991, 10:15 AM GONDA U.P.
PRANAAM
बहुत बहुत आशीर्वाद आपको मनीष .तुम्हारे लिखने के अंदाज से ही तुम्हारे सभ्य होने व व्यवहारकुशल होने का संकेत मिल गया था .और हो क्यों नहीं ...शाश्त्र कभी गलत नहीं हुआ है .भाग्येश व पंचमेश गजब का गजकेसरी योग दशम भाव में बना रहे हैं आएश की दशमेश व लग्नेश से युति आय भाव में हो रही है .केंद्र त्रिकोण योग भी दशम भाव में बन रहा है .बहुत छोटे ख्वाब तुम्हारे लिए नहीं हैं मनीष .तुम अपनी शिक्षा को उच्च स्तर तक ले जाओगे ऐसा मेरा यकीन हैं .अनुराधा नक्षत्र के लग्न में जन्म लिया है तुमने .कहा जाता है की इस समय ब्रह्मा भाग्य लिखते हैं .प्रभु की कृपा रही तो किसी भी क्षेत्र में अधिकारी पद का भोग करोगे .प्रशासनिक -शिक्षण -व दवाओं के क्षेत्र में सफलता का चरम देखोगे .बहुत प्रबल भाग्य लेकर पैदा हुए हो मित्र .बस अति आत्मविश्वास का शिकार जीवन में कदापि मत होना .साथ ही मिले हुए मौकों को चूकना मत .तुम्हारा भाग्योदय २८ -३२ वें वर्ष के मध्य होना तय है व तुम्हारी चमक से तुम्हारा सम्पूर्ण कुल तृप्त होगा .बस जीवन में मांसाहार व मदिरा का सेवन किंचित भी मत करना ,ये तुम्हारे भाग्य को कम करेंगे .किसी प्रकार का कोई प्रयोग-उपाय तुम्हे करने की आवश्यकता तुम्हे नहीं है .बस एक गुरु मन्त्र दे रहा हूँ "सदा सूर्योदय से पहले जागना व रात होने से पहले अपने घर पर होना ."गाँठ बाँध लो इसे .सन २०१८ से पहले न तो अब किसी को कुंडली दिखाना न ही किसी के बहकावे में आना .अपनी शिक्षा पर ध्यान दो बस ,सुनने में अजीब लगेगा किन्तु अब इस प्रकार के ज्योतिषीय ब्लॉग -साइट्स पर समय मत खराब करना .तुम्हारे जीवन का सत्य तुम्हे बता चुका हूँ ,अतः अब किसी प्रकार की भी शंका या जिज्ञासा तुम्हारे मन में नहीं होनी चाहिए .सुन्दर भविष्य हेतु आशीर्वाद ....
हटाएंnameste sir,meri beti ka D.O.B-17/7/2013,time-19.40,place-kharkiv(ukraine) hai ....plz aap iska nakshatra aur rashi kis paiya se hui hai....naam kis akshar se rakhe....sir india mai panditji ukraine ke samay se sahi nahi bata pa rahe hai...koi vishakha koi swati bata rahe hai....aap plz mere ko batadijiye
जवाब देंहटाएंमकर लग्न में कन्या का जन्म विशाखा नक्षत्र के प्रथम चरण में हुआ है .अतः तुला राशि का प्रमाण मिलता है। इष्टकाल ३९ :३७ :२७ ज्ञात होता है व् लग्न स्पष्ट ०९ :०४ :३१:२२ है .कन्या का राशि नाम " ती " अक्षर से रखा जाए . गुरु की महादशा का भोग कन्या को अभी काफी करना है।अतः जबकि गुरु का मंगल के साथ योग ६ वें भाव में पाया जा रहा है ,शुरूआती समय अत्यधिक कष्टदायी होना संभव है .पेट सम्बन्धी रोग उत्पन्न होंगे पीलिया आदि से सचेत रहें ,साथ ही कन्या को बार बार नाक सम्बन्धी रोग परेशान करेंगे .किसी योग्य ब्राह्मण द्वारा बालारिष्ट की शान्तिशीघ्र करा लें,अन्यथा स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएँ कष्ट देने का सामर्थ्य रखती हैं . मेरी शुभकामनाएं ......
जवाब देंहटाएंnameste mohanji...mai apni beti ko leker pahli baar india jaungi mai 7march se 28 march tak india mai rahungi...mai iska mundan karwana chahti hu plz mere ko date bata dijiye kon si date subh hai mundan ke liye....panditji mai aap se apne dono bacho ki patri banbana chahti hu mai aap se contact kaise karu....plz mere ko apna contact no de dejiye....
हटाएंअपनी जन्म भूमि में आपका स्वागत है.साथ ही आपकी पुत्री उस धरती का स्पर्श करेगी,जहाँ जन्म लेने हेतु देवता भी तरसते हैं.आप आइये,जैसा आपकी सुविधा होगी वैसा करने का प्रयास होगा..आप मुझे 9639456457 पर संपर्क कर सकती हैं.
हटाएंnameste panditji...meri beti ka.D.O.B-17/7/2013,time-19.40,place-kharkiv(ukraine) hai....dusri patri mere bhai ki banbani hai....DOB-12/8/1977,2.15 am ,agra mere ko ye 2 patri banbani hai ....7march se 28 march tak india mai rahungi...mai iska mundan karwana chahti hu plz mere ko date bata dijiye kon si date subh hai mundan ke liye...mere friend aap se patri le lenge....thank u panditji
हटाएंGuru Ji प्रमाण,,,,
जवाब देंहटाएंName - Ankit Jain
DOB - 16-11-1988
Birth time - 01:10 PM
Place - Jabalpur ( Madhya Pradesh )
Mera naam Ankit Jain hai me engineer hu aur abhi mene last year engineering complete krke apna business start kiya hai ( buildership , real estate ) ye aage kaisa rahega kb tk growth hogi aur mere jo dreams hain me unhe kb tak fulfill kar paunga ,,,, & last meri merriage kb tak hogi,.,.,.,.धन्यवाद....
यदि इसी क्षेत्र में आगे आना चाहते हैं तो आपको सरकारी रूप से अपना पंजीकरण करा लेना बेहतर होगा.दशम भाव में विराजमान सूर्यदेव सरकार से धन प्राप्ति के योगों को बलवती। करते हैं.मार्च 2014 से गुरु की महादशा हालात को आपके नियंत्रण में कर देगा.
हटाएंGURU JI PRANAAM
जवाब देंहटाएंगुरु जी सदर प्रणाम, आप के ब्लॉग से ज्योतिष सम्बंधित बहुत सी रोचक जानकारी मिलती है जिससे ज्योतिष में रूचि रखने वाले व्यक्ति काफी सहयता मिलती है. गुरूजी मेरा जन्म विविरण इस प्रकार है कृपया मुझे बताये की मुझे किस चीज में नौकरी का प्रयास करना कहिये और क्या मुझे सरकी नौकरी मिल सकती है था मेरा विवाह कब तक होगा.
जवाब देंहटाएंजन्म दिनांक ८/१२/१९८०, समय ८:४७ सबेरे , स्थान कानपूर (उत्तर प्रदेश)
Name: Deepak tanwar
जवाब देंहटाएंDob: 29/09/1978
Time: 3:30 pm
Place: new Delhi
NAME-SUMIT
जवाब देंहटाएंDOB-23/2/1988
TIME-08.20 AM
PLACE-SRI DUNGARGARH (BIKANER) RAJSTHAN
Pnadit ji mai bahut paresan hu na kam set hua hai. na hi saadi mere achhe din kab aayege, Plz bataye.
namaskar guru ji, muje apne sister ki sadi ke bare me puch na he kab hogi plz .
जवाब देंहटाएंName:-Deepika DOB :-12-11-1986 time :- 07:27 pm Place:-Dhar
guru ji namaskar,
जवाब देंहटाएंaapke dware di gyi jaankariyaan mai behad shauk se padti hoon or jyotish me thodi bhaut jaankari bhi rakti hoon. meri beti ki DOB 23 january 1991, janm sthan - JIND (haryana) , samy - 8:50 pm hai. achi shiksha grahan karne par bhi koi satisfactory naukari nahi mil payi hai. abhi sarkari bank me clerk ki post pe hai. pandit ji mai yeh jaanna chahti hu ki kya iske alava use koi aur achi naukari mil sakti hai kya? saath hi uski shaadi ka yog kab tak hai? Pandit ji maine pada tha dasham bhaav ka mangal bahut ache fal deta hai sath hi santan ke liye nuksandayak hota he.agar aisa he to plz eska upai mujhe jarur bataye.meri es shanka ka samdhan kahi se nahi ho pa rha he so pandit ji apse niveden he ki mujhe es bare me jarur bataye ki kya upay karne chahiye
आपकी कन्या स्पष्ट रूप से पितृ दोष व ग्रहण दोष की अवस्था में है..लग्नेश का ही स्वयं इस अवस्था में हो जाना जातक की क्षमताओं का उचित मूल्याङ्कन नहीं होने देता..सूर्य कमजोर हो रहा है तो स्वाभाविक रूप से दशम में दिग्बली होकर भी अपना पूर्ण प्रभाव नहीं दे पा रहा है..कन्या इसी विभाग में आगे तरक्की के प्रयास करे..अगस्त के बाद पद्दोनत्ति के योग बन रहे हैं..संतान की बात करें तो आगे पुत्र योग के लिए असफलता हो सकती है..कन्या के पिता की जानकारी दें...सूर्य को बलवान कीजिये..ये प्रभावित हो गया है..
हटाएंपंडित जी प्रणाम , जीवन में स्थायित्व कब तक आएगा तथा सरकारी नौकरी के योग है या फिर बिसनेस के
जवाब देंहटाएं१४ अप्रैल १९८५ समय १. ०५ दोपहर रेवा म.प्र.
Guruji.
जवाब देंहटाएंMera janam 11/08/1984 17.54 pm Kolkata.
Guru mein ketu hi mahadasha .
Rahu ketu shank ucch hai.
Sab kehte hain ki mera guru kharab hai lekin mere dono haton mein guru mudrika hai.
Kripya mera margdarshan Kate.
द्वादस्थ वक्री गुरु अपनी महादशा में शुक्र के अंतर में आपके लिए विदेशी धरती के सम्बन्ध और अधिक मजबूती से बनाने का आधार तैयार करेगा,शश नामक पंचमहापुरुष योग बनाते शनिदेव आपको पद मान सम्मान देते हैं इसमें कोई संशय नहीं..आप ओपल धारण कीजिये..
जवाब देंहटाएंGuruji.
जवाब देंहटाएंUttar ke lite dhanyawad.
Lekin vartman meri halat kharab jai air shadi bhi nahi Hui hai to man aur saman aur pad jaisi bate mujhse koso door hain aur abhi talk mujhe apke jaisa koi niswarth behave se help karne Wala koi nahi mila.
Kripya thoda aur samay de.....
how to use this mantra can you tell me some tips
जवाब देंहटाएंकिस मन्त्र के लिए पूछ रहे हैं आप
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