tag:blogger.com,1999:blog-7976825047067615109.post8401796005938190721..comments2024-02-05T00:45:21.220-06:00Comments on ज्योतिष के रहस्य: कौन कैलाश सत्यार्थी ज्योतिषाचार्य ललित मोहन कगड़ियाल,,http://www.blogger.com/profile/03756695984315268386noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7976825047067615109.post-19108216651193952602015-10-02T21:43:05.168-05:002015-10-02T21:43:05.168-05:00यदि आपका प्रश्न ये है कि कर्क लग्न में मंगल लग्न व...यदि आपका प्रश्न ये है कि कर्क लग्न में मंगल लग्न व चंद्रमा दशम में है,तो मैं इसे नीचभंग नहीं कहूँगा मित्र..तत्व के आधार पर दोनों ग्रह अपने विपरीत स्वभाव की राशि में माने जाएंगे..ऐसे में किये गए कार्य का अधिकाँश हिस्सा व्यर्थ में चला जाएगा...रसोईघर में जल व अग्नि एक ही दिशा में होगी तो धन रुकना भारी हो जाएगा..घर के मुख्य द्वार के दक्षिण से पानी की निकासी व पश्चिम में मकान की सीढ़ी के सात पायदान देखने में आते हैं...बहुत मेहनत के पश्चात भी कार्यों का न बन पाना इसके प्रभाव के रूप में देखा जा सकता है...आँगन में लगा वृक्ष जो फलदार हो व पानी के श्रोत को बंद कर हालात में 1 वर्ष के भीतर परिवर्तन होता है..ज्योतिषाचार्य ललित मोहन कगड़ियाल,,https://www.blogger.com/profile/03756695984315268386noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7976825047067615109.post-55333897708045562782015-10-02T12:46:39.968-05:002015-10-02T12:46:39.968-05:00Pranam guru g.. Kark lagna me mangal neech ho...au...Pranam guru g.. Kark lagna me mangal neech ho...aur chandra karmesh me to kya neech bhang hua ya nhi...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7976825047067615109.post-60666354144173478672014-11-29T08:24:12.646-06:002014-11-29T08:24:12.646-06:00Pandit Ji Sadar Pranam...
Aapke Blog padhta hoon, ...Pandit Ji Sadar Pranam...<br />Aapke Blog padhta hoon, padhkar bahut hi goodh gyan prapt hota hai aur sikhne ka mauka milta hai. Iske liye aapko Dhanyawad...<br />Apni birth details de raha hoon, Kripya karke margdarshan de aur ho sake toh meri Kundli ko apne Blog mein Udaharan ke roop mein prastut karen...<br /> <br />Name- Gaurav Mishra<br />DOB- 22-Oct-1986<br />Time- 13:18 PM<br />Place- Lucknow (Uttar Pradesh) India<br />Questions:1. Abhi tak Career ki koi sahi setting nahi hui hai, jabki Siksha MBA hai. (Currently earning only 6000/- Rs per Month) Kya Govt. Job ka yog hai???<br /><br />Ek sajjan ko aaj se kuchh varsh pehle apni kundli dikhayi toh Unhone bataya tha ki Kundli mein bahut sare Rajyog hain jo is prakar hain...<br />A. Malavya Yog<br />B. Ruchak Mahapurush Yog<br />C. Lagnesh aur Aayesh ka Parivartan Yog<br />D. Surya Neech Rashi Bhang Yog<br />E. Buddha-Aditya yog<br />F. Kendra-Trikona Yog<br />G. Bhagyesh aur Karmesh Yuti Yog in Kendra<br />& Many More... <br />Lekin aaj 6-7 varsh ke baad bhi mein in yogon ka Utilize nahi kar paya hoon, Kripya karke batayn ki kahan Chook ho rahi hai.<br />Aapka aabhari rahunga...<br />Sa-Dhanyawad...<br />Gaurav Mishra<br />09795034134<br />mishraa786@gmail.comGAURAV MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/13584481634312838049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7976825047067615109.post-90158588757455434812014-10-20T04:10:45.084-05:002014-10-20T04:10:45.084-05:00पता नहीं क्या हकीकत है आनंद जी,किन्तु जो भी हो बचप...पता नहीं क्या हकीकत है आनंद जी,किन्तु जो भी हो बचपन बचना चाहिए बस.अपनी बात साझा करने के लिए शुक्रियाज्योतिषाचार्य ललित मोहन कगड़ियाल,,https://www.blogger.com/profile/03756695984315268386noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7976825047067615109.post-26207259440098016572014-10-20T01:05:53.531-05:002014-10-20T01:05:53.531-05:00पंडितजी चरण स्पर्श ....लेख बहुत अच्छा है ...लेकिन ...पंडितजी चरण स्पर्श ....लेख बहुत अच्छा है ...लेकिन इससे सम्बंधित और भी धुआ उठ रहा है ...की इनका समबन्ध फोर्ड फाउंडेशन से है ...इन्होने बच्चो को इसाई बनाया ...जहा जापान और दुसरे देशो में बच्चो द्वारा काम को Active Economic Child कहा जाता है . श्री राजीव दीक्षित जी भी बाल मजदूर और उसके पीछे के षड़यंत्र के बारे में बता चुके है ...लेकिन राजीव भाई का नाम आज बहुत कम लोग जानते है . इन्होने अपना सारा जीवन भारत और भारत वासिओ के ही नाम कर दिया था . गूगल कर उनके बारे में जाना जा सकता है ....इनकी मौत भी अभी तक रहस्य बनि हुई है ..<br />ये देखिये एक मित्र द्वारा भेजा हुआ लेख ...<br />स्वामी अग्निवेश एवं उनके शिष्य कैलाश सत्यार्थी और फिर बाद में स्वामी के अलग हो जाने के बाद कैलाश सत्यार्थी ने आरोप लगाना शुरू कर दिया कि कालीन व दरी बनाने के काम में बच्चों को शामिल किया जाता है. इसलिए इसमें बच्चों का खून शामिल है. कहने को तो यह बाल मजदूरी के विरुद्ध आंदोलन था, लेकिन इसका असल निशाना नस्ल दर नस्ल ट्रांस्फर होने वाले पारंपरिक उद्योग थे, जो बचपन से ही सीखे जा सकते हैं.<br />इस पत्रकार ने दिल्ली एवं नोएडा के कई फ्लैटों में कैलाश सत्यार्थी द्वारा चलाई जा रही मुहिम और शिविरों का निरीक्षण किया था, जहां अनेक बच्चे भदोई, मिर्जापुर एवं कोपागंज से लाकर, बंदी बनाकर रखे गए थे. उन बच्चों ने डरते हुए बताया था कि उन्हें उनकी इच्छा के विरुद्ध पकड़ कर लाया गया है और जबर्दस्ती उन्हें परेशान करने के बयान अख़बार वालों को दिलाए जा रहे हैं.<br />उस समय जांच-पड़ताल के बाद साबित हुआ था कि जर्मनी, जो अन्य विदेशी राष्ट्रों के साथ मशीन से कालीन बनाता था, को भारत की हस्तनिर्मित सुंदर एवं आकर्षक कालीनों से बाज़ार में मुकाबला करना पड़ता था और मार्केटिंग में कठिनाई होती थी. इसलिए अग्निवेश एवं कैलाश सत्यार्थी को बाल मजदूरी के बहाने उकसाया गया, मगर जब यह साजिश स्वामी पर खुल गई, तो उन्होंने इससे कन्नी काट ली. तब कैलाश सत्यार्थी ने अकेले मोर्चा संभाल लिया और जर्मनी का थोपा हुआ एगमार्क कालीनों पर लगवाने में मुख्य भूमिका निभाई. एगमार्क यह प्रमाण था कि इस कालीन की बुनाई में बच्चे शामिल नहीं हैं. इस प्रकार बच्चों को कालीन की बुनाई से अलग करते ही हाथ की बुनी कालीन का उद्योग का बुरी तरह प्रभावित होने लगा और अब अधिकतर ठप हो चुका है. <br />http://www.chauthiduniya.com/2014/03/nai-aarthik-neeti-ka-virodh-kyun-nahin.html<br />anandhttps://www.blogger.com/profile/14104080245883819668noreply@blogger.com